Kangana Ranaut Movie Emergency Release Date Postponed: बॉलीवुड की चर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को बड़ा झटका लगा है। दरअसल फिल्म की रिलीज डेट के अब पोस्टपोन होने की खबरें आ रही हैं। ताजा खबर के मुताबिक अब फिल्म 6 सितंबर को रिलीज नहीं होगी। खबरों की मानें तो फिल्म की रिलीज को लेकर सिख समुदाय द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के कारण मेकर्स ने रिलीज डेट को टालने का फैसला लिया है। हालांकि अभी इसे लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं किया गया हैं।
कब रिलीज होगी कंगना की फिल्म?
खबरों की मानें तो फिलहाल फिल्म को लेकर हो रहे विरोध की वजह से फिल्म की रिलीज डेट को 6 सिंतबर से टाल दिया गया है। अब फिल्म 6 तारीख को रिलीज नहीं हो सकेगी। हालांकि अब फिल्म कब रिलीज हो पाएगी इसे लेकर अभी तक कोई ऑफिशियल बयान सामने नहीं आया है।
इस वजह से टली फिल्म की रिलीज डेट?
‘इमरजेंसी’ फिल्म में कंगना रनौत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है और इसमें आपातकाल की घटनाओं को दर्शाया गया है। फिल्म के ट्रेलर और कुछ प्रोमोशन्स के बाद ही सिख समुदाय ने फिल्म के प्रति नाराजगी जाहिर की थी। उनका आरोप है कि फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया है और उन्हें आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना रनौत ने कहा था कि वो अपने काम को लेकर पूरी तरह से ईमानदार हैं और किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करने का उनका उद्देश्य नहीं था।
सिख समुदाय के विरोध के कारण उठे सवाल
कंगना की फिल्म को लेकर विरोध इतना बढ़ गया था कि बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को जान से मारने की धमकियां भी मिलने लगीं। ऐसे में फिल्म के निर्माताओं ने सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए रिलीज डेट को स्थगित करने का फैसला लिया है। बॉलीवुड हंगामा की खबर के मुताबिक, पंजाब और हरियाणा के हाईकोर्ट में गुरिंदर सिंह और जगमोहन सिंह नाम के व्यक्तियों ने याचिका दायर की थी। इस याचिका में उन्होंने फिल्म की रिलीज से पहले इसे प्रमुख सिख हस्तियों को दिखाने की मांग की थी, ताकि उनकी राय को ध्यान में रखा जा सके।
सेंसर बोर्ड से भी नहीं मिली हरी झंडी
फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट लेने में भी अड़चनें आई हैं। सीबीएफसी ने फिल्म में कुछ कट्स लगाने का सुझाव दिया है और सर्टिफिकेशन प्रक्रिया पर विचार जारी है, इसलिए फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट नहीं मिला है और इसे नियमों के अनुसार ही जारी किया जाएगा। इस वजह से भी हो सकता है कि मेकर्स ने फिल्म की रिलीज को टालने की फैसला लिया है ताकि वो सेंसर बोर्ड से बिना किसी कट के सर्टिफिकेट ले सकें।
इस पूरे घटनाक्रम ने फिल्म की रिलीज से जुड़े मुद्दों को फिर से एक बार सामने ला दिया है और ये भी साबित कर दिया है कि फिल्म इंडस्ट्री में सामाजिक और धार्मिक संवेदनशीलता कितनी अहम है। अब देखना ये है कि फिल्म की रिलीज के बाद इसे दर्शकों और सिख समुदाय से किस प्रकार की प्रतिक्रियाएं मिलती हैं।
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