Foreign Tour Yoga in Kundli: बहुत लोगों का सपना होता है कि वे कम से कम एक बार विदेश जरूर घूमने जाएं, वहीं बहुत लोगों का अरमान होता है कि विदेश में पढ़ाई करें या उनका बिजनेस विदेश में भी हो। लेकिन यह अरमान पूरा नहीं हो पा रहा है, तो समस्या आपकी कुंडली से भी जुड़ा हो सकता है। यदि आपकी कुंडली में विदेश जाने के योग हैं, लेकिन फिर भी वीजा अप्रूवल नहीं मिल रहा है, तो ग्रहों की स्थिति आपकी विदेश यात्रा के अनुकूल नहीं है। आइए जानते हैं, किन ग्रहों के कारण आपका विदेश जाने का सपना टूट सकता है और क्या उपाय करने चाहिए?
ये ग्रह डालते हैं विदेश यात्रा में बाधा
ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, चार ग्रह ऐसे हैं, जो किसी व्यक्ति की विदेश यात्रा को सीधे तौर पर बाधित करते हैं। ये ग्रह हैं- राहु, शनि, केतु और मंगल। अक्सर लोगों की कुंडली में राहु की कमजोर स्थिति विदेश यात्रा में बाधा उत्पन्न करती है। वहीं, अशुभ भावों में स्थित शनि भी आपके विदेश जाने का सपना चकनाचूर कर सकते हैं।
जहां तक केतु की बात है, तो यह भले ही विदेश यात्रा में बाधा नहीं बनता है, लेकिन यात्रा के दौरान इतनी ज्यादा कठिनाइयां पैदा कर सकता है कि शायद आप रास्ते से ही लौट जाएं। केवल कुंडली में विदेश योग होना जरूरी नहीं है, इसके लिए दृढ़ चाहत और साहस भी होना चाहिए। कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति आपकी विदेश यात्रा की इच्छा और हौसले को कम कर सकता है।
विदेश जाने के लिए करें ये उपाय
एयरो प्लेन खिलौने का दान करें
यदि आपके विदेश जाने की इच्छा बहुत बलवती है और लेकिन अवसर नहीं बन पा रहा है, तो सबसे प्रचलित, पॉपुलर और सफल तरीका सबसे पहले अपनाएं और वह है एयरो प्लेन खिलौने का दान करना। घर के आसपास या रिश्तेदारों के बच्चों को ये खिलौने उपहार में दें। गरीब घरों के बच्चे पैसे नहीं होने के कारण एयरो प्लेन खिलौने नहीं खरीद पाते हैं, उन्हें ये खिलौने दान में दें। उनकी खुशियां आपकी विदेश जाने की मन्नत
चढ़ावे में दें हवाई जहाज के खिलौने
पंजाब स्थित जालंधर में एक गुरुद्वारा है- ‘शहीद बाबा निहाल सिंह गुरुद्वारा’। इस गुरूद्वारे को ‘हवाई जहाज गुरुद्वारा’ भी कहते हैं। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से हवाई जहाज के खिलौने को चढ़ावे के तौर इस गुरुदारे चढ़ाता है, उसके विदेश जाने का सपना जल्द ही पूरा हो जाता है। यदि आप यहां नहीं जा सकते हैं, तो आप कूरियर से भी अपना चढ़ावा भेज सकते हैं। केवल इतना ही नहीं, आप किसी भी अन्य गुरूद्वारे या मंदिर में भी एयरो प्लेन खिलौने का चढ़ावे में दे सकते हैं।
तीर्थयात्रा में सहयोगी बनें
तीर्थयात्रा करने में आर्थिक रूप से असमर्थ लोगों को सहयोग राशि और आवश्यक धन देकर आप उनकी आशीष और दुआएं लें। तीर्थयात्रा करने के इच्छुक लोगों इच्छा पूरी होने और उनके आशीर्वाद से आपके विदेश जाने का अरमान जल्द पूरा हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।