British Airways Flight 009 Jakarta Incident: 26 हजार फीट की ऊंचाई, आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखकर पैसेंजर्स की सांस सूख गई। पायलट के क्रेबिन में धुआं भर गया। सामने भी काले धुएं का ऐसा गुबार था कि कुछ नजर ही नहीं आया। चारों इंजन बंद हो चुके थे। नीचे धधकता ज्वालामुखी और खूंखार शार्क से भरा समुद्र था।
इस बीच कैप्टन मूडी ने पैसेंजर्स को संबोधित किया- मैं आपका कैप्टन बोल रहा हूं। हमें एक छोटी-सी समस्या है। जहाज के चारों इंजन बंद हो गए हैं। मुझे विश्वास है कि आप बहुत अधिक संकट में नहीं हैं। शार्क से भरे समुद्र के बीच 263 लोगों की जान बचाने वाले शख्स के कूल बिहेवियर ने पैसेंजर्स की हिम्मत बंधाए रखी, लेकिन 24 जून 1982 की चांदनी रात में ब्रिटिश एयरवेज की लंदन से ऑकलैंड की फ्लाइट और इसके पैसेंजर्स ने जकार्ता के पास समुद्र के ऊपर से गुजरते समय जो खौफनाक मंजर देखा, वह किसी दुःस्वप्न से कम नहीं था।
जहाज 20 मिनट तक बिना इंजन के मंडराता रहा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लंदन के हीथ्रो से उड़ान भरने वाली फ्लाइट को ऑकलैंड में लैंड होना था, लेकिन जकार्ता में इतनी ऊंचाई पर जहाज के अचानक बंद होने का कारण ज्वालामुखी था, जो एक्टिव मोड में था और जहाज उसके ऊपर से उड़ रहा था। उसके धुएं से जहाज के इंजन जाम हो गए थे। करीब 20 मिनट तक जहाज बिना इंजन के आसमान में फ्लाई करता रहा।
42 वर्षीय कैप्टन मूडी ने प्लेन की स्पीड 300 मील से ज्यादा करते हुए प्लेन री-स्टार्ट करने की कोशिश की तो एयरस्पीड इंडिकेटर फेल हो गया। जेट को रिबूट करने की कोशिश में जहाज के इंजन में आग लग गई। ऊंची-ऊंची विकराल लपटें उठने लगीं। कैप्टन ने 26 हजार फीट की ऊंचाई पर पैसेंजर्स को मास्क लगाने के लिए कहा, लेकिन हालात बिगड़ते देख कैप्टन 500 की स्पीड से जहाज को 6 हजार फीट की निचाई पर ले आए। इस ऊंचाई पर पैसेंजर्स बिना मास्क के सांस ले सकते थे।
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500 मील की रफ्तार से कराई गई सफल लैंडिंग
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 15 मिनट बाद पैसेंजर्स नॉर्मल नजर आए तो वे जहाज को 12 हजार फीट की ऊंचाई पर ले गए और इंजन स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन वह चालू नहीं हुआ। मूडी जहाज को डेढ़ हजार फीट और ऊपर ले गए तो अचानक एक इंजन चालू हो गया। इसके बाद मूडी फिर जहाज को 500 मील की रफ्तार से ज्वालामुखी के धुएं के बीच लावे की तपन और मलबे से टकराते हुए जहाज को एयरपोर्ट के ऊपर ले आए और सिंगल इंजन से जहाज को लैंड कराकर अपने साथियों और क्रू मेंबरों की जान बचाई। इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया। एयरलाइन ने उनका सम्मान किया। पैसेंजरों ने भी तारीफ की कि कैसे मूडी ने इतने बड़े संकट में भी अपने कूल रवैये से पैसेंजरों का मनोबल बनाए रखा।
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