---विज्ञापन---

Rajasthan: शिक्षिका के तबादले पर फूट-फूटकर रोईं बच्चियां, दो दिन से नहीं खाया खाना, अब भूख हड़ताल पर बैठीं

श्रीगंगानगर: राजस्थान के श्रीगंगानगर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देख आप भी भावुक हो सकते हैं। जहां सरकार एक तरफ बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की बात करती हैं पर अगर राजस्थान की बात की जाए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सियासी संग्राम में उलझे हुए हैं। वहीं जिम्मेदार प्रशासन गहरी नींद सोया […]

Edited By : Nirmal Pareek | Updated: Oct 3, 2022 12:47
Share :
Transfer of teacher in Sri Ganganagar
श्रीगंगानगर में शिक्षिका के तबादले पर फूट-फूटकर रोईं बच्चियां

श्रीगंगानगर: राजस्थान के श्रीगंगानगर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देख आप भी भावुक हो सकते हैं। जहां सरकार एक तरफ बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की बात करती हैं पर अगर राजस्थान की बात की जाए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सियासी संग्राम में उलझे हुए हैं। वहीं जिम्मेदार प्रशासन गहरी नींद सोया हुआ है। बात राजस्थान के सीमावर्ती जिले श्रीगंगानगर जिले की है, जहाँ शिक्षिका का तबादला होने से उनके शिष्य रो-रो कर परेशान हो रहे हैं।

अभी पढ़ें Chhattisgarh: बिलासपुर-इंदौर के बीच शुरू होने जा रही हवाईसेवा, जानिए टाइमिंग

---विज्ञापन---

बता दें कि श्रीगंगानगर की पँचायत समिती श्री विजयनगर के 23 जीबी गांव में स्कूल की छोटी-छोटी बच्चियों के रो-रो कर इसलिए बुरा हाल है कि उनकी मनपसंद अध्यापिका का तबादला कर दिया गया है। इसके बाद 4 दर्जन से ज्यादा 5 से 9 साल की बच्चियों ने खाना तक छोड़ दिया है और स्कूल के गेट को ताला लगाकर भूख हड़ताल पर बेठ गईं।

मामला जब सरपँच तक पहुचा तो सरपँच जगराज सिंह से बच्चियों का दुख नहीं देखा गया और वो भी इन बच्चियों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सबसे बड़ी हैरानी की बात ये है कि 2 दिन से इन बच्चियों की रो -रो कर बुरी हालत है पर ना तो मौके पर शिक्षा विभाग और SDM कलेक्टर ने इस मामले की जानकारी ली है।

---विज्ञापन---

अभी पढ़ें MP: मनचलों को सिखाया पुलिस ने सबक, मुर्गा बनाकर करवाई उठक-बैठक

जब मीडिया ने जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार से बात की और घटना की जानकारी दी गयी तो नायाब तहसीलदार को मौके पर भेजा गया जिनको बच्चियों ने वापस लोटा दिया। बच्चियों का कहना है कि हमारी अध्यापिका ने हमे अपने बच्चों की तरह पाला पोषा है और हमारे उजड़े हुए स्कूल को आबाद कर हमें शिक्षा के क्षेत्र में 90%तक रिजल्ट दिया है। इसलिए हमें हमारी वही अध्यापिका वापिस चाहिए।

अभी पढ़ें – प्रदेश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

HISTORY

Written By

Nirmal Pareek

Edited By

Manish Shukla

First published on: Oct 01, 2022 03:14 PM
संबंधित खबरें