Haryana Lok Sabha Election 2024 Birender Singh: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह आज कांग्रेस का दामन थामेंगे। वे आज सुबह 11.45 बजे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उनके बेटे और सांसद बृजेंद्र सिंह पहले ही कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। चौधरी बीरेंद्र के साथ कुछ विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
बीजेपी का रिजर्व प्लेयर है जेजेपी
बीरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि जब वे कांग्रेस में शामिल होंगे तो उनके साथ दो और विधायक भी पार्टी में शामिल होंगे। हालांकि, उन्होंने विधायकों के नाम का खुलासा नहीं किया। इससे पहले, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेजेपी भाजपा की बी-टीम नहीं, बल्कि उसके रिजर्व प्लेयर हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि जेजेपी उसी उम्मीदवार को टिकट देगी, जिसे बीजेपी चाहेगी।
जेजेपी भाजपा की B-Team नहीं, ये भाजपा के रिज़र्व प्लेयर हैं। pic.twitter.com/BO4FYWtFJl
— Birender Singh (@ChBirenderSingh) March 28, 2024
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कौन हैं बीरेंद्र सिंह?
चौधरी बीरेंद्र सिंह पहले कांग्रेस में थे। वे उचाना से 5 बार विधायक रहे। बीरेंद्र पहली बार 1977 में विधायक बने। इसके बाद 1982, 1991, 1996 और 2005 में भी विधानसभा पहुंचे। वे तीन बार हरियाणा के कैबिनेट मंत्री और तीन बार सांसद बने। उन्होंने अपना पहला चुनाव 1972 में लड़ा था, जिसमें जीतकर वे ब्लॉक समिति उचाना के अध्यक्ष बने।
1985 में बने हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष
चौधरी बीरेंद्र सिंह ने 1977 से लेकर 1980 तक जींद इकाई के साथ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। उन्हें 1980 में हरियाणा युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद, 1985 में उन्हें हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसी साल उन्हें महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया। उन्हें 1990 में फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद, 2011 में उन्हें उत्तराखंड और हिमाचल का प्रभारी बनाया गया। वहीं, 2004 में बीरेंद्र सिंह को यूपी का प्रभारी महासचिव बनाकर भेजा गया। वे कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रहे।
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2014 में बीजेपी में हुए शामिल
बीरेंद्र सिंह को 2010 में राज्यसभा भी भेजा गया, लेकिन 2014 में 42 साल तक कांग्रेस की सेवा करने के बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी में शामिल होने के बाद बीरेंद्र सिंह को 2014 से 2016 के लिए फिर से राज्यसभा भेजा गया। उन्हें 2016 में तीसरी बार राज्यसभा के लिए भेजा गया। उन्होंने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में इस्पात मंत्री के रूप में भी काम किया।
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