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घर में जल्द गूंजेगी किलकारी! भगवान कार्त‍िकेय इस खास द‍िन देंगे आशीर्वाद, करें ये 7 उपाय

Skanda Sashti 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, आज से दो दिन बाद स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस दिन निसंतान जोड़े कुछ विशेष उपाय करके भगवान से मनचाहा आशीर्वाद भी पा सकते हैं।

Edited By : Nidhi Jain | Updated: Jun 10, 2024 10:50
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Skanda Sashti 2024

Skanda Sashti 2024: धार्मिक मान्यता के अनुसार, हर एक तिथि किसी न किसी देवी-देवताओं को समर्पित होती है। प्रत्येक मास में आने वाली षष्ठी तिथि के दिन शिव जी और माता पार्वती के छठे पुत्र भगवान कार्तिकेय की आराधना की जाती है। कार्तिकेय देव को स्कन्द नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि का आरंभ 11 जून को शाम 05 बजकर 27 मिनट से हो रहा है, जिसका समापन अगले दिन 12 जून को शाम 07 बजकर 17 मिनट पर होगा। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर स्कंद षष्ठी का व्रत 12 जून 2024 को रखा जाएगा।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा करने के साथ-साथ व्रत भी रखा जाता है। जो लोग सच्चे मन से इस दिन कार्तिकेय जी की पूजा करते हैं, उन्हें गंभीर बीमारियों, धन की कमी और तमाम तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा स्कंद षष्ठी का व्रत खासतौर पर वो लोग रखते हैं, जिनको संतान नहीं हो रही होती है। माना जाता है कि शादीशुदा लोग अगर इस दिन सच्चे मन से व्रत रखते हैं और भगवान कार्तिकेय की उपासना करते हैं, तो उन्हें जल्द ही संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन कुछ और उपाय करना भी फलदायी होता है। चलिए जानते हैं उन अचूक उपायों के बारे में।

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भगवान कार्तिकेय को प्रसन्न करने के उपाय

  • स्कंद षष्ठी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें। स्नान आदि करने के बाद शुद्ध कपड़े पहनें। बिना मुंह जूठा करें भगवान कार्तिकेय की उपासना करें। साथ ही उन्हें मौसमी फलों का भोग लगाएं। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा याचना मांगे। पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम में व्रत खोलें। इस उपाय से आपको कार्तिकेय जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा, जिससे आपको अपनी सभी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

Skanda Shashti 2024

  • भगवान कार्तिकेय की मोर सवारी है। इसलिए उन्हें मोर पंख अति प्रिय है। स्कंद षष्ठी के दिन पूजा करने के साथ-साथ देवता को मोर पंख अर्पित करना भी शुभ होता है। इससे वो अपने भक्त से प्रसन्न होते हैं और उन्हें मनचाहा आशीर्वाद देते हैं।
  • स्कंद षष्ठी के दिन कार्तिकेय स्तोत्र का पाठ करना भी शुभ माना जाता है। पूजा के दौरान अगर आप इस पाठ का जाप करते हैं, तो भगवान से आपको मनचाहा आशीर्वाद मिल सकता है।
  • स्कंद षष्ठी के दिन कार्तिकेय जी को प्रसन्न करने के लिए षष्ठी स्त्रोत्र का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा कार्तिकेय भगवान के विभिन्न नामों का उच्चारण करना भी शुभ माना जाता है।
  • संतान सुख के लिए कार्तिकेय भगवान को समर्पित मंदिर जाएं। वहां उनकी पूजा करें। इसी के साथ उन्हें नीले रंग के कपड़े अर्पित करें।
  • भगवान कार्तिकेय को बूंदी के लड्डू बहुत पसंद है। इसलिए आप उन्हें प्रसन्न करने के लिए बूंदी के लड्डू का भोग लगा सकते हैं।
  • संतान प्राप्ति के लिए स्कंद षष्ठी के दिन सच्चे मन से भगवान कार्तिकेय की पूजा करें। साथ ही उन्हें केसर का भोग लगाएं।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Jun 10, 2024 10:50 AM

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