पानी हमारे जीवन के लिए बहुमूल्य होता है। यह बात आप जानते ही होंगे कि शरीर और पृथ्वी दोनों का 60 से 70 प्रतिशत भाग पानी का होता है। मगर शरीर में मौजूद पानी हमारी सेहत को लाभ प्रदान करता है लेकिन पृथ्वी पर मौजूदा अतिरिक्त पानी पीने के काम नहीं आता है, यानी कि पीने लायक पानी की कमी हमारी पृथ्वी पर एक बड़ा संकट है। वर्ल्ड वाटर डे 22 मार्च को मनाया गया था। यह दिन पानी और उसके प्रति जागरूकता बढ़ाने का दिवस है। इस कड़ी में हम आपके साथ शेयर करेंगे कुछ ऐसी बातें, जो पानी पीने से और हमारी सेहत से संबंधित हैं। इस बारे में हमें रयान फर्नांडो बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीने के पानी को लेकर ये गलतियां हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रही हैं।
रयान फर्नांडो वैल नोन सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच हैं। वे बताते हैं कि पीने के पानी से संबंधित गलतियां हमारे शरीर के कई अंगों को डैमेज कर सकती हैं। दुनिया के अधिकांश इलाकों में लोगों को पीने लायक पानी भी नहीं मिल रहा है, जो कहीं न कहीं इंसानों की गलती भी है।
ये हैं पानी पीने से संबंधित 5 गलतियां
1. एकबार में ज्यादा पानी पीना
इसे वाटर गलपिंग भी कहते हैं। कई बार हम लोग ज्यादा पानी पीने के चक्कर में एक ही बार आधा या 1 लीटर बोतल पानी पी जाते हैं। एक ही बार में इतनी मात्रा में पानी किडनी को इफेक्ट कर सकती है। इससे किडनी को एकसाथ फंक्शनिंग करने में दिक्कत आती है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
2. ठंडा पानी पीना
कभी-कभी ठंडा पानी पीना सही है, लेकिन हमेशा सिर्फ बर्फ वाला ठंडा पानी पीना हमारी सेहत के लिए बिल्कुल सही नहीं होता है। ठंडा पानी पेट के इलेक्ट्रोलाइट्स को न्यूट्रलाइज कर सकता है, जिससे एसिडिटी और ब्लोटिंग हो सकती है। इस पानी को पीने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं, जिससे पाचन प्रभावित हो जाता है।
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3. भोजन के तुरंत बाद पानी पीना
भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से पाचन क्रिया धीमी हो सकती है। ऐसा करने से भोजन को पचाने में मुश्किल होती है और पेट में भारीपन महसूस हो सकता है। पानी भोजन को पचाने में सहायक नहीं होता, बल्कि उसे घोलकर उसे कठोर बना देता है। पानी खाने से आधे घंटे पहले और खाने के 40 मिनट बाद पीना चाहिए।
4. बहुत ज्यादा पानी पीना
शरीर को पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है, ताकि हाइड्रेशन लेवल मेंटेन रहे, लेकिन अत्यधिक पानी पीने से शरीर में सोडियम का स्तर कम हो जाता है, जिसे हायपोनेट्रेमिया कहा भी जाता है। बहुत ज्यादा पानी पीने से किडनी पर ज्यादा दबाव पड़ता है और वह क्षतिग्रस्त होती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है और शरीर के कई अंगों की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकती है। ज्यादा पानी पीने से शरीर में सोडियम, पोटेशियम जैसे मिनरल्स की कमी भी हो जाती है।
5. सोने से पहले पानी पीना
कुछ लोग सोने से पहले पानी पीते हैं। यह आदत सही नहीं है। ऐसा करने से आपको बार-बार नींद से उठकर वॉशरूम जाना होगा, इस कंडीशन से आपकी नींद प्रभावित होती है। रात के समय किडनी की वर्किंग भी स्लो हो जाती है, ऐसे में बार-बार पेशाब जाना डिहाइड्रेशन की स्थिति पैदा कर सकता है, जिससे किडनी स्टोन्स की समस्या बढ़ जाती है।
पानी की कमी एक बढ़ती समस्या
रयान बताते हैं कि भारत एक ऐसा देश है, जहां पानी की कमी किसी संकट से कम नहीं है। यहां के लोगों को डिहाइड्रेशन की समस्या होना भी आम है क्योंकि यहां साफ और सुरक्षित पानी कम मिल पाता है। भारत में लोग पानी बचाने की आदत के चलते पानी पीना भी भूल जाते हैं, जो कि शरीर को नुकसान पहुंचाता है। कम पानी हार्ट हेल्थ को प्रभावित करता है और इंडिया में दिल की बीमारियों से मरने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
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