Female Urinary Incontinence Causes: क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ है कि छींकने, खांसने या हंसने के दौरान हल्का सा पेशाब बाहर आ जाता हो। दरअसल, एक उम्र के बाद हर किसी के साथ यह समस्या देखने को मिलती हैै और खासकर महिलाओं में यह परेशानी काफी देखने को मिलती है। अक्सर नॉर्मल डिलीवरी से शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं में यह दिक्कत ज्यादा देखने को मिलती है, लेकिन इसके अलावा दूसरे कारणों से भी ऐसा होता है।
किसी भी महिला के लिए यूरिनरी ब्लैडर पर कंट्रोल नहीं रख पाना मुश्किल होता है। दरअसल, यूरिनरी ब्लैडर पर खराब कंट्रोल महिलाओं के लिए एक बड़ी चुनौती है। मेनोपॉज से पहले इस समस्या को लेकर कई लोग शिकायत भी करते हैं कि छींक आने पर थोड़ा सा पेशाब लीक हो जाता है। यहां तक कि कुछ ऐसे हैं पैड का इस्तेमाल करते हैं और कुछ बिना यूज किए ही पूरे दिन इस समस्या को झेलते हैं। इससे महिलाओं को काफी शर्मिंदगी महसूस होती है।
यूरिन पर कंट्रोल न रख पाने की क्या वजह है?
यूरिन पर कंट्रोल न रख पाने के शुरुआती लक्षण पेशाब पर कंट्रोल खोना है, जो छींकने, खांसने या हंसने से लीक होता है। इसे स्ट्रेस यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस बोला जाता है। यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस का दूसरा टाइप अर्जंट यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस है, जिसमें मरीज यूरिनरी ब्लैडर को कंट्रोल करने में असफल होता है और पेशाब करने की इच्छा के बाद, टॉयलेट जाने से पहले ही कुछ बूंदें लीक हो जाती है।
कब होता है ऐसा ?
महिलाओं को आमतौर पर यूरिन कंट्रोल में कमी महसूस प्रेगनेंसी के दौरान देखने को मिलती है। ऐसी कई कंडीशन हैं जिनकी वजह से महिलाओं में यूरिन को रोक पाना मुश्किल होता है। जैसा कि प्रेगनेंसी स्ट्रेच, यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस, पुरानी खांसी, कोई भी कंडीशन इसकी वजह बनती हैं। हालांकि, महिलाओं में उम्र के साथ ही अलग-अलग होती है।
कई महिलाओं में 45 से 55 साल की उम्र के बीच, आमतौर पर मेनोपॉज के दौरान या उसके बाद अपने यूरिनरी ब्लैडर पर खराब होना महसूस कर सकती हैं। यह समस्या लाइफस्टाइल, जेनेटिक्स, मोटापा, कब्ज, पुरानी खांसी, पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स, नर्व डैमेज, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और कुछ न्यूरोलॉजिकल सेहत जैसी वजहों से होता है।
कैसे करें बचाव
पेरिमेनोपॉज महिलाएं उम्र बढ़ने के साथ यूरिनरी ब्लैडर पर कंट्रोल न रख पाने की इस समस्या पर कई कदम लिए जा सकते हैं। इनमें पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल में रखना, यूरिनरी ब्लैडर में जलन पैदा करने वाले फूड और ड्रिंक्स से परहेज करें, हाइड्रेटेड रहना और अगर पॉसिबल हो सके तो स्मोकिंग न करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।