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हेल्थ

प्रेग्नेंसी में बार-बार आ रही रुकावट? आपकी ये 3 गलतियां तो नहीं जिम्मेदार? जानें क्या बोलें एक्सपर्ट

Pregnancy Problems: गर्भवती होने के लिए महिला को अपनी फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ को सही रखना जरूरी होता है। मगर स्ट्रेस आज की तारीख में एक बड़ी वजह बन गया है, जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर, उनके मां बनने के सपने के बीच आ रहा है। आइए जानते हैं एक्सपर्ट से।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Edited By : Namrata Mohanty Updated: Jun 24, 2025 11:41

Pregnancy Problems: प्रेग्नेंट होने का हर शादीशुदा महिला का सपना होता है। प्रेग्नेंसी सिर्फ एक बच्चे को जन्म देना नहीं होता है। गर्भावस्था आपको मां बनने का अधिकार देता है। पति-पत्नी के रिश्ते को गहराई देता है। हालांकि, पहले के समय में शादी होने के बाद परिवार वाले यही उम्मीद करते थे कि जल्दी से वे प्रेग्नेंट हो जाए और घर में किलकारी गूंजे। मगर अब लाइफस्टाइल बदल चुकी है। अब लोगों की जिंदगी में स्ट्रैस भी अहम हिस्सा बन चुका है। स्ट्रैस किसी भी वजह से हो सकता है। क्या आप जानते हैं गर्भवती होने में इस समय सबसे बड़ी रुकावट क्या हैं? चलिए जानते हैं इस बारे में।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

जेनेटिक्स प्रोग्राम जिंदल आईवीएफ चंडीगढ़ की रिष्ठ सलाहकार और चिकित्सा निदेशक डॉ. शीतल जिंदल बताती हैं कि महिलाओं द्वारा अब लाइफस्टाइल की गलतियां गर्भधारण करने में सबसे बड़ी बाधा है। बता दें कि स्ट्रेस, जंक फूड्स और न्यूट्रिशनल लैस फूड और खराब लाइफस्टाइल की अन्य आदतों के चलते ये समस्या इन दिनों सबसे ज्यादा बढ़ गई है।

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स्ट्रेस सबसे मुख्य वजह क्यों?

एक्सपर्ट के मुताबिक,  तनाव एक आम समस्या है जिससे बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं लेकिन तनाव सिर्फ मानसिक सेहत को ही नहीं बल्कि पूरे शरीर खासकर प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है। हालांकि, इस केस में पुरुष और महिला दोनों आते हैं, मगर महिलाओं पर ज्यादा असर पड़ता है। बहुत ज्यादा स्ट्रैस में रहने की वजह से इनमें हार्मोन्ल इंबैलेंस की समस्या हो जाती है। इस कारण फर्टिलाइजेशन में भी दिक्कत आती है। कई बार महिला गर्भवती हो जाती है, मगर स्ट्रेस के चलते गर्भपात का भी सामना करना पड़ जाता है। कई हेल्थ रिसर्च में भी स्ट्रैस और गर्भधारण को आपस में संबंधित बताया गया है।

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अनहेल्दी इटिंग

भारत में महिलाएं अधिकांश एनीमिया से पीड़ित होती है। यह बीमारी शरीर में खून की कमी की वजह से होती है। कई बार एनीमिया भी गर्भधारण करने में समस्या पैदा करता है। आजकल महिलाओं का खान-पान बिगड़ चुका है। लगातार बाहर का खाना, प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन और एल्कोहल कंज्यूम करने से प्रेग्नेंसी पर इफेक्ट पड़ता है।

अन्य लाइफस्टाइल हैबिट्स

इनमें सबसे महत्वपूर्ण नींद है। नींद का रोल हमारी ओवरऑल हेल्थ में बहुत अहम होता है। नींद पूरी न होने से हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और हमारा शरीर कमजोर होता है। नींद अधूरी होना भी स्ट्रेस का एक कारण होता है।

प्रेग्नेंसी के लिए जरूरी टिप्स

अगर लगातार मानसिक तनाव रहता है, तो आपको किसी साइकोलॉजिस्ट से संपर्क जरूर संपर्क करना चाहिए। इसके साथ-साथ लाइफस्टाइल में सुधार के लिए एक्सरसाइज, मेडिटेशन, जिम तथा योग का सहारा लें। अच्छी डाइट भी जरूरी पहलू है। अगर आप शारीरिक रूप से कमजोर है, तो आपको किसी पीडियाट्रिशियन से मिलकर उसे सही डाइट के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।

इसके साथ-साथ पति-पत्नी को ओव्यूलेशन के समय को भी समझने की जरूरत होती है। सही समय पर प्रेग्नेंसी प्लान करने से रिजल्ट पॉजिटिव होने की संभावनाएं ज्यादा होती है। यदि आप सच में फैमिली प्लानिंग करने की सोच रहे हैं, तो उससे पहले किसी अच्छे काउंसलर से मिलकर कंसल्ट करने से भी काफी मदद मिलेगी। प्रेग्नेंसी से पहले दोनों पार्टनर्स को अपना यूटीआई टेस्ट भी करवाना चाहिए। कई बार संक्रमण भी गर्भावस्था में बाधा डालते हैं।

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First published on: Jun 24, 2025 11:41 AM

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