Nail Warning Signs: हाथों में जो नाखून होते हैं, उन्हें हम ब्यूटी से संबोधित करते हैं क्योंकि महिलाएं अक्सर अपने नाखूनों पर नेल पेंट और अलग-अलग ट्रीटमेंट्स करवाती है। मगर मेडिकल साइंस में नाखूनों को डेड स्किन माना जाता है क्योंकि उनमें जान नहीं होती है। हमारे नाखून शरीरा का ऐसा हिस्सा होता है, जहां से हमें कई बीमारियों के बारे में पता चलता है। जैसे पीले नाखून लिवर या किडनी डिजीज का संकेत होते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट से।
रिसर्च में भी खुलासा
क्लिनिकल डर्मटोलॉजी रिव्यू की एक रिसर्च में पाया गया है कि नाखूनों से सिर्फ एक नहीं कई बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है। जैसे कि दिल और किडनी की बीमारी और रेस्पिरेटरी इंफेक्शन्स। बीबीसी की एक रिपोर्ट में स्टडी का ब्यौरा दिया गया है कि रिसर्च में करीब 272 मरीजों को शामिल किया गया था। इसमें अलग-अलग बीमारी के रोगी थे और उनके नाखूनों पर ध्यान दिया गया था।
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क्या कहते हैं डॉक्टर?
मेट्रो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के डॉक्टर समीर गुप्ता कहते हैं कि नाखूनों का नीला रंग साइनोसिस का संकेत होते है। ये ऐसी बीमारी होती है जिसमें मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और ये आगे चलकर फेफड़ों और दिल की बीमारियों को बढ़ावा देते हैं।

नाखून के बदलाव बताएंगे कौन सी बीमारी है?
रिसर्च में पाया गया था कि इन मरीजों में 26% पेशेंट्स को सांस की समस्या थी। वहीं, 21% लोगों को खून की बीमारी थी। 17% लोगों को लिवर और गैस्ट्रो प्रॉब्लम्स थी। बाकी बचे 12% लोगों को दिल और किडनी से संबंधित बीमारियां थी। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरे में रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम्स वाले लोग है। कई बार हमें नाखूनों में एकसाथ 2 या 3 लक्षण भी दिख सकते हैं।
दिल की बीमारी- एक्सपर्ट बताते हैं अगर किसी के नाखून अपना रंग खो रहे हैं यानी गुलाबी रंग के नाखून अगर फीके या सफेद दिखने लगे हैं तो उसे बहुत संभावना है हार्ट अटैक आने की। इसके अलावा, शरीर में खून की कमी होने पर भी नाखून का रंग बदलता है।
साइनोसिस- इस बीमारी में अस्थमा, पल्मोनरी और हाइपरटेंशन शामिल होता है। अगर किसी के नाखून बिना किसी चोट लगने के बाद भी नीले रंग के हो रहे हैं, तो उसे ये बीमारी हो सकती है।
लंग प्रॉब्लम- सांसों से जुड़ी इन बीमारियों में मरीजों के नाखूनों पर धारियां दिखाई देती हैं। नाखूनों का टूटना, रंग उड़ जाना या फीका पड़ना फेफड़ों की बीमारी का संकेत होता है। इन लोगों के नाखूनों पर एक पतली चमकीली परत दिखाई देती हैं और नाखून बिल्कुल पतले हो जाते है।
लिवर की बीमारी- लिवर डैमेज होने के शुरुआती संकेंतों में स्किन के पीले होने के साथ नाखूनों का पीला रंग भी शामिल होता है। नाखून की ऊपरी परत ड्राई और खुरदुरी होना भी लिवर की बीमारी का लक्षण होता है। ये संकेत किसी पुरानी बीमारी में भी दिखाई दे सकता है।
किडनी डिजीज- एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर किसी किडनी में कोई खराबी या समस्या है तो उसके नाखून पर आधा चांद वाला निशान नहीं दिखेगा। इनके नाखून सुखे और भुरभुरे होते हैं।
क्या करें?
डॉक्टर समीर गुप्ता कहते हैं कि नाखूनों के इन संकेतों को समझकर बीमारी का सही पता लगाना जरूरी होता है। इसलिए, आपको हमेशा किसी डॉक्टर के पास जाकर उनसे संपर्क करना चाहिए और सलाह लेनी चाहिए। खुद से कोई भी इलाज नहीं करना चाहिए, ये दिक्कत बढ़ा सकते हैं।
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