Treatment For Stroke: स्ट्रोक ऐसी बीमारी है जिसमें अचानक से दिमाग तक खून पहुंचना बंद हो जाता है. दिल की सेहत अगर खराब हो तो इससे स्ट्रोक की संभावना भी बढ़ती है. हाई ब्लड प्रेशर, हाई कॉलेस्ट्रोल लेवल्स, डायबिटीज, स्मोकिंग और मोटापा कुछ ऐसे रिस्क फैक्टर्स हैं जो हार्ट अटैक (Heart Attack) और स्ट्रोक (Stroke) दोनों में देखने को मिलते हैं. ऐसे में अगर दिल की धड़कने रेग्यूलर ना हों, दिल में ब्लड क्लोट्स बन रहे हों या फिर ब्लड फ्लो ब्लॉक होने लगे तो इससे स्ट्रोक ( Ischemic Stroke) आ सकता है. ऐसे में स्ट्रोक से बचे रहने के लिए एक जापानी रिुचुअल आजमाकर देखा जा सकता है. यहां जानिए इस जापानी तकनीक के बारे में.
स्ट्रोक से बचने का जापानी तरीका | Japanese Technique To Prevent Stroke
न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि जापानी लोग स्ट्रोक से बचे रहने के लिए एक खास उपाय आजमाते हैं. श्वेता ने बताया कि जापानी लोग रोजाना गर्म पानी में अपने पैरों को डुबोते हैं. अगर 15 से 20 मिनट तक पैरों को गर्म पानी में डुबोकर रखा जाए तो इससे रक्त वाहिनियां खुलती हैं, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, स्ट्रेस कम होता है और अगर इस गर्म पानी में एक चम्मच एप्सम सॉल्ट डाल दिया जाए तो नींद भी अच्छी आती है.
स्ट्रोक के वॉर्निंग साइन कौन से होते हैं
अचानक से बैलेंस कम होने लगना, आंखों से धुंधला नजर आना या आंखों में बदलाव दिखना, मुस्कुराहट का एक तरफ झुका हुआ दिखना, हाथों को उठाकर देखने पर एक हाथ का सामान्य से ज्यादा लटका हुआ दिखना और बोलने में दिक्कत होना स्ट्रोक के वॉर्निंग साइन होते हैं.
स्ट्रोक किसे आ सकता है
स्ट्रोक के ऐसे कुछ रिस्क फैक्टर्स हैं जो व्यक्ति में स्ट्रोक आने की संभावना को बढ़ाते हैं.
- उम्र 65 वर्ष से ज्यादा हो तो स्ट्रोक आने का खतरा भी ज्यादा होता है.
- स्मोकिंग स्ट्रोक के रिस्क फैक्टर्स में शामिल है.
- एल्कोहल का जरूरत से ज्यादा सेवन करना.
- बार-बार सिर में दर्द होना या माइग्रेन की दिक्कत.
- हाई ब्लड शुगर की समस्या और टाइप-2 डायबिटीज भी स्ट्रोक आने की संभावना बढ़ाता है
अस्वीकरण – इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.










