Stiff Person Syndrome: हॉलीवुड फिल्म “टाइटैनिक” फिल्म तो सभी ने देखी ही होगी और इसके गाने भी आपको जरूर याद होंगे। जिसे कैनेडियन सिंगर Celine Dion ने गाया है। यह फेमस सिंगर एक ऐसी दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल सिंड्रोम से पीड़ित हैं और इसमें शरीर को कई तरह से परेशानियां होती हैं। इस न्यूरोलॉजिकल समस्या की वजह से मई 2023 में उनका करेज वर्ल्ड टूर रद्द कर दिया गया। क्या है स्टिफ पर्सन सिंड्रोम की बीमारी और कैसे दिखते हैं इसमें लक्षण, चलिए जान लेते हैं।
---विज्ञापन---View this post on Instagram
---विज्ञापन---
स्टिफ पर्सन सिंड्रोम क्या है?
स्टिफ पर्सन सिंड्रोम एक लाइलाज न्यूरोलॉजिकल की बीमारी है, जिससे मसल्स में ऐंठन होती है और पीड़ित को कमजोर बना देती है। स्टिफ पर्सन सिंड्रोम एक डिसऑर्डर सेंट्रल नर्वस सिस्टम, खासकर हमारे दिमाग और बैक बोन पर असर होता है।
यह बीमारी मरीज को लाचार बना सकती है, उन्हें कई बार व्हीलचेयर या फिर पूरी तरह से बेड पर निर्भर रहना पड़ता है। ज्यादातर खुद के कोई काम भी नहीं कर पाते हैं और परेशानियां आने लगती हैं। इस बीमारी में ऑटोइम्यून के संकेत दिखते हैं, जिसमें ज्यादा अकड़न, कमजोर करने वाला दर्द, बेचैनी और मांसपेशियों में ऐंठन जैसे लक्षण नजर आते हैं। अगर ऐंठन ज्यादा महसूस होती है तो हड्डियां टूट भी सकती हैं।
ये भी पढ़ें- New Year 2024: पार्टी ऑल नाइट करना न पड़ जाए भारी! 5 तरह से रखें सेहत का ध्यान
इस बीमारी को ह्यूमन स्टेचू की बीमारी (Human Statue Disease) या टिन-मैन बीमारी (Tin-Man Disease) भी कहते हैं। कई बार इस बीमारी में दौरे भी पड़ते हैं,जिसमें मूवमेंट तक नहीं हो पाता है। जब ऐंठन पूरी बॉडी में बिना किसी संकेत के आती है, तो मरीज ऊपर से लेकर नीचे तक जम सा जाता है। अगर किसी को स्ट्रेस और इमोशनल ट्रॉमा होता है, तो इस बीमारी का कारण बनता है। फिलहाल बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी सही से इस बीमारी के पीछे की वजह नहीं जान पाए हैं।
Stiff person syndrome क्या है? जानें इस Video में-
ऑटोइम्यून डिसऑर्डर क्या होता है?
किसी भी तरह की बीमारी से बचाव करने के लिए हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम काम करता रहता है। लेकिन कई बार गलती से हमारी इम्यूनिटी अपनी ही सेल्स पर हमला कर देती है और इसे ही ऑटोइम्यून डिजीज कहते हैं।
स्टिफ पर्सन सिंड्रोम का इलाज
एसपीएस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को जानकर इसके लिए अलग-अलग उपचार हैं। ट्रीटमेंट के ऑप्शन में दवाई जो कि लक्षणों के आधार पर होती हैं और इम्यूनोथेरेपी शामिल हैं।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।