नई दिल्ली: चीन में करीब 30 लोग नए वायरस Langya से संक्रमित पाए गए हैं। लंग्या वायरस को निपाह और हेंड्रा वायरस के समूह का बताया जा रहा है। हालांकि इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है कि इतने लोग नए वायरस से कैसे संक्रमित हुए हैं, क्या ये लोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में वायरस के ट्रांसमिशन से संक्रमित हुए हैं, इसकी भी फिलहाल पुष्टि नहीं हो पाई है।
हेनिपावायरस (Henipavirus) या लांग्या वायरस (Langya virus ) के जानवरों से फैलने की बात की जा रही है। चीनी मीडिया के मुताबिक, अब तक शेडोंग और हेनान प्रांत में 35 लोग नए वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। ये एक गंभीर वायरस है। वायरस संक्रमित मरीजों में मुख्य रूप से किसान शामिल हैं। संक्रमितों ने बताया कि उन्हें थकान, खांसी, भूख में कमी और दर्द के साथ-साथ अन्य समस्याएं हैं।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, 35 संक्रमितों में ये वायरस कैसे फैली, इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। बीजिंग, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं के अनुसार, संक्रमण को बेहतर ढंग से समझने के लिए आगे की जांच की जरूरत है। ताइवान के रोग नियंत्रण केंद्र ने कहा कि वह रिपोर्ट पर ध्यान दे रहा है और वायरस की जांच शुरू करने की योजना बना रहा है।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, जानवरों से मनुष्यों में जर्म्स यानी कीटाणुओं का प्रसार, जिसे ज़ूनोस कहा जाता है, मनुष्यों में हर 10 ज्ञात संक्रामक रोगों में से छह से अधिक के लिए जिम्मेदार है।
चीन में कोरोनावायरस का पता चलने के लगभग तीन साल बाद एक नया जूनोटिक वायरस खोजा गया है। इस वायरस को लैंग्या हेनिपावायरस या लेवी के नाम से भी जाना जाता है। ये वायरस जानवरों और मनुष्यों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं और अभी तक इस वायरस के लिए कई दवा या वैक्सीन नहीं है।