नई दिल्ली: इंग्लैंड में 7 दुधमुंहों की जान लेने वाली राक्षसी लूसी लेटबाय (Lucy Letby) को उसकी दुष्टता के लिए दोषी करार दे देना इन दिनों खासा चर्चा में है। इसी बीच सबकी नजर उस शख्सियत पर हैं, जिसने इस राक्षसी को इसकी असल जगह तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। News 24 हिंदी एक शैतान को सजा दिलवाने वाले भारतीय मूल के डॉक्टर रवि जयराम से मिलवा रहा है। आइए जानें, भारत से ब्रिटेन तक उनका अनुभवी सफर…
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बता दें कि डॉ. रवि जयराम इस वक्त उत्तरी इंग्लैंड के चेस्टर में उसी काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में सलाहकार के रूप में सेवारत हैं, जहां यह राक्षसी वारदातें अंजाम दी गई थी। डॉ. रवि जयराम का परिवार दशकों पहले भारत से ब्रिटेन में जाकर बसा था। वह ब्रिटेन में ही जन्मे और पले-बढ़े हैं। 10 वर्षों से अधिक समय तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा या एनएचएस में काम करने और फिर न्यूकैसल अपॉन टाइन में स्नातक प्रशिक्षण हासिल करने वाले डॉ. रवि जयराम ने इंग्लैंड के उत्तर-पूर्व, ब्रिस्टल, न्यू साउथ वेल्स और लंदन में बाल चिकित्सा में भी प्रशिक्षण लिया है। शुक्रवार को दोषी करार लूसी लेटबाय के मामले में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि जयराम ने चिंता जताई थी। इसी के बाद ब्रिटेन की एक अदालत में यह मामला गंभीरता के साथ चला।
मीडिया को डॉ. रवि जयराम ने बताया कि जब जून 2015 में तीन नवजात बच्चों की मौत हुई तो उनके (डॉ. रवि जयराम) जैसे कई वरिष्ठ डॉक्टरों ने अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठकें करते हुए इस पर चिंता व्यक्त की थी। अप्रैल 2017 में नेशनल हेल्थ सर्विस ट्रस्ट ने हमें पुलिस से इस मामले में मिलने की अनुमति दे दी। जब हमने पुलिस को बच्चों की रहस्यमयी मौतों के बारे में बताया तो पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। पुलिस जांच में नर्स लूसी लेटबी पर शक हुआ तो कड़ाई से पूछताछ और उसके घर से मिले कुछ दस्तावेजों से सरा दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।