Dengue Case: बारिश के मौसम के बीच उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेंगू फैसला जा रहा है। गाजियाबाद में डेंगू के मरीजों की संख्या 100 के आंकड़े को पार कर गई है। मंगलवार को मिले नौ नए केसों के बाद अब गाजियाबाद में 119 सक्रिय मरीज हो गए हैं। इसके अलावा जिले में 13 मरीज मलेरिया के भी हैं।
नोएडा में मरीजों का ये है आंकड़ा
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद से सटे नोएडा में भी डेंगू के मरीजों की संख्या 93 और मलेरिया के मरीजों की संख्या 37 है। आधिकारियों की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, डेंगू के अधिकांश मरीज लोनी, भोजपुर, सिद्धार्थ विहार और इंदिरापुरम के हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाई गई टीमें लार्वा के लिए इलाकों का लगातार निरीक्षण कर रही हैं।
ओपीडी में दवाइयों की पूरी व्यवस्था
गाजियाबाद के जिला निगरानी अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि पानी जमा होने वाले स्थान और संभावित डेंगू प्रभावित इलाके में एंटी लार्वा का छिड़कार कराने के लिए काम कर रही हैं। अधिकारी ने बताया कि सभी ओपीडी में दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं।
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लोगों को थमाए नोटिस
रिपोर्ट में कहा गया है कि गौतमबुद्ध नगर में जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 8,000 से ज्यादा घरों और इलाकों की जांच की है। इनमें से 159 घरों में लार्वा पाया, जिसके बाद कई लोगों नोटिस दिया गया है। नोएडा के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने कहा है कि डेंगू मरीज पाए जाने वाले घरों के आसपास फॉगिंग और स्प्रे कराया जा रहा है।
अस्पतालों में रिजर्व किए बेड
बताया गया है कि गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के जिला अस्पतालों ने 10-10 बेड रिजर्व किए गए हैं, जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) ने भी डेंगू मरीजों के लिए 5 बेड रिजर्व किए हैं। बता दें कि बारिश के दिनों में पानी जमा होने पर डेंगू का मच्छर पैदा होता है। जिसके काटने से डेंगू होता है।
ऐसे करें बचाव
मच्छरों से बचने के लिए अपने शरीर को पूरा ढककर रखें। बच्चों को बाहर जाते समय फुल बाजू के कपड़े पहनाएं। विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू का मच्छर सुबह-शाम काटता है, इसलिए इस वक्स विशेष सावधानी बरतें। बुखार की शिकायत होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। घर में या घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें। अगर पानी है तो कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं।