Fake Call Centre: नोएडा के फेस-1 थाना पुलिस ने मंगलवार को एक सूचना के आधार पर नोएडा सेक्टर-16 से फर्जी कॉल सेंटर से जुडे 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पकड़े गए आरोपी बेरोजगार युवक-युवतियों को जॉब प्लेसमेंट के नाम पर ठगी का शिकार बनाते थे. पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, 4 डेबिट कार्ड, 3 सिमकार्ड, 1 पासबुक, 1 फिनो काम्बो बैंक किट, 4 कंपनी के फर्जी जॉइनिंग लेटर, 3 स्टांप मोहर और 1 चेक बुक बरामद की है. पुलिस मामले से जुड़े अन्य लोगों की भी जानकारी कर रही है.
नोएडा के सेक्टर-16 से किया गिरफ्तार
नोएडा की फेस-1 थाना पुलिस के अनुसार, मंगलवार को मैनुअल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना पर पुलिस टीम ने नोएडा के सेक्टर-16 स्थित 44ए में छापेमारी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों की पहचान शिवलोक कालोनी, सूर्य विहार, थाना क्वार्सी, अलीगढ़ निवासी विशाल राघव, सेक्टर 16, बसुन्धरा, थाना इंदरापुरम, गाजियाबाद निवासी आमिर उस्मानी और लक्ष्मीनगर, थाना लक्ष्मीनगर, दिल्ली निवासी वरुण कुमार के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी विशाल अपने साथियों आमिर उसमानी और वरूण कुमार के साथ मिलकर बैंक खातों, डेबिट कार्ड, चेक बुक और प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड खरीदता था. उन्होंने कहा कि विशाल राघव से प्राप्त बैंक खातों की जानकारी फर्जी कॉल सेंटर के मालिक अनुज कुमार और रोमेश को देता था.
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जॉब प्लेसमेंट के नाम पर करते थे ठगी
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बताया कि अनुज और रोमेश बेरोजगार लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते और पैसे मांगते थे. इस दौरान विशाल पासबुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड और डेबिट कार्ड अपने पास रखकर नकद निकालता और अपना कमीशन काटकर अनुज और रोमेश को देता था. तीनों आरोपी मिलकर अनुज और रोमेश को बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराते थे. वरूण कुमार द्वारा चलाए जाने वाले इस कॉल सेंटर में ये आरोपी जॉब प्लेसमेंट के नाम पर बेरोजगारों से पंजीकरण और प्रोसेसिंग शुल्क वसूला जाता था. उन्होंने बताया कि प्राप्त राशि को यह नेटवर्क फर्जी बैंक खातों और सिम कार्ड के जरिए घुमाता था. आरोपी वरूण कुमार एक स्वतंत्र कॉल सेंटर भी संचालित करता था. जिसके माध्यम से वह बेरोजगार व्यक्तियों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता और उनसे धनराशि वसूलता था. आरोपी अनुज और रोमेश को पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
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