Agra religious conversion gang: आगरा धर्मांतरण मामले में जांच एजेंसियां अरेस्ट किए गए आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है। एनआईए की टीम विदेशी फंडिंग और आरोपियों के आतंकी संगठनों से लिंक खंगालने में जुटी है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने धर्मांतरण के लिए सोशल मीडिया पर कनेक्टिंग रिवर्ट नामक ग्रुप बनाकर रखा था। गैंग के लोग पहले युवाओं की सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच करते इसके बाद उसे अपने झांसे में लेते थे।
सोशल मीडिया था टारगेट
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि किसी एक युवक पर 6 महीने से लेकर एक साल तक नजर रखी जाती। इसके बाद उन्हें इस्लाम की पोस्ट भेजी जाती जब सामने से उसकी प्रतिक्रिया इनके मुताबिक आनी शुरू होती तो समझा जाता कि मछली जाल में फंस गई है। इसके बाद गैंग के लोग उस लड़की से लगातार बातचीत करके उसकी पढ़ाई-लिखाई और परिवार के बारे में जानकारी निकालते।
अल्लाह सारी मुश्किलें दूर कर देगा
इसके बाद जब लड़की धीरे-धीरे उनके सामने खुलने लगती तो आरोपी उसको इस्लाम के बारे में जानकारी देते। आरोपी झांसे में आई लड़की से उसकी परेशानी पूछते जब वह उसे परेशानी बताती तो उसे वह भरोसा देते थे कि उसकी हर परेशानी को अल्लाह ठीक करेगा। इसके बाद जब आरोपियों को लगता कि वह किसी को यह बात नहीं बताएगी तो उसे ऐसी बातें बताई जाती और विश्वास दिलाया जाता कि अल्लाह तुम्हारी सारी मुश्किलें दूर कर देंगे। जब लड़की पूरी तरह चंगुल में फंस जाती तो आरोपी उसे अपने पास दिल्ली और कोलकाता बुलाते थे।
ये भी पढ़ेंः गाजियाबाद पुलिस ने मुठभेड़ में दबोचा लुटेरा, गोली लगने से हुआ घायल
गैंग का सरगना है अब्दुल रहमान
आगरा धर्मांतरण गैंग मामले में अब्दुल रहमान इस गैंग का सरगना है। उसने कई हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया था। इसके अलावा उनका निकाह भी करवाता था। निकाह के लिए राजस्थान से काजी बुलवाया जाता था और वहीं निकाह करवाता था। जानकारी के बाद आगरा पुलिस की एक टीम काजी को अरेस्ट करने के लिए राजस्थान रवाना हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि आगरा धर्मांतरण गैंग का मुख्य सरगना अब्दुल रहमान मुस्तफाबाद में रहकर लड़कियों को घर बुलाता था और ब्रेन वॉश किया करता था।
ये भी पढ़ेंः गाजियाबाद के वैशाली में युवती ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जांच करने में जुटी पुलिस