Sachin Pilot: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक के दौर पर रहे। पायलट ने कहा कि 15 मई को रखी गई तीन मांगों पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने सरकार को अपना अल्टीमेटम याद दिलाते हुए कहा कि युवाओं से सार्वजनिक मंच पर किए गए वादें हवाई बातें नहीं हैं। बता दें कि दो दिन पहले दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर सीएम गहलोत की मौजूदगी में एक बैठक हुई थी जिसमें यह तय किया गया कि दोनों नेता विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे।
भ्रष्टाचार पर सरकार जल्द कार्रवाई करें
पायलट ने कहा कि नौजवान साथियों से सार्वजनिक रूप से किए वादे हवा-हवाई नहीं है। इसमें मुझे कोई गलती बता दे। कांग्रेस हमेशा करप्शन के खिलाफ रही है। भाजपा सरकार में जो करप्शन हुआ, उसकी जांच करवाना अनिवार्य है। उस पर कोई समझौता नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि मैंने 15 मई को जो कहा था सरकार इस पर जल्द कार्रवाई करें। यह सब जानते हैं। पायलट ने आगे कहा कि तीन दिन पहले मैंने इन बातों को दिल्ली में रखा था। सब इस बात को जानते हैं।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर समझौता संभव नहीं
पायलट ने आगे कहा कि नौजवानों के साथ अगर कहीं गलत होता है, पार्टी इसके खिलाफ रही है। भ्रष्टाचार और नौजवानों के मुद्दों पर अगर कोई समझौता करे या मैं समझौता करूं यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले मेरी बात दिल्ली में हुई थी।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने मैंने जो मांगे रखी थी, उसका पूरा संज्ञान पार्टी को है। दिल्ली में मैंने परसों बात की थी। वसुंधरा के शासनकाल में करप्शन के जो मामले उठे थे, वे खुद सीएम और मैंने उठाए थे। उस पर प्रभावी जांच होनी चाहिए।
विपक्ष के तौर पर बीजेपी फेल
सचिन पायलट ने इस दौरान बीजेपी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष की भूमिका निभाने में पूरी तरफ फेल हुई है। इसलिए पीएम को यहां बार-बार आना पड़ रहा हैं। पिछले 4 साल में बीजेपी ने सदन के अंदर और बाहर यह कहीं प्रमाण नहीं दिया कि वह मजबूत विपक्ष है।
बीजेपी के पास विधायकों की ठीक-ठाक संख्या है इसके बावजूद वे लोग विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाए। इससे जनता भी भाजपा से निराश है। प्रधानमंत्री बार-बार यहां आ रहे हैं, लेकिन जनता इस बार उनसे प्रभावित होने वाली नहीं है।