Jaipur: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले बीजेपी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती। चुनाव से पहले पार्टी माहौल अपने पक्ष में करने का भरसक प्रयास कर रही है। गहलोत सरकार के महंगाई राहत कैंप के जवाब में बीजेपी ने अब हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी। इसके लिए पार्टी ने रणनीति बनानी भी शुरू कर दी हैं। इन प्रदर्शनों में बीजेपी भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएगी। बता दें कि पार्टी ने 13 जून को जयपुर में सचिवालय का घेराव किया था। बीजेपी का यह घेराव काफी सफल भी रहा। इसके बाद पार्टी ने यह रणनीति बनाई है।
हर जिले में प्रदर्शन करेगी बीजेपी
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सीएम गहलोत चुनाव के समय कितनी ही रेवड़ियां बांट लें। इससे सरकार में हुए भ्रष्टाचार से जनता का ध्यान नहीं हटा सकते हैं। बीजेपी से राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा भ्रष्टाचार के मामले को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर है। वे सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे।
किस्सा कुर्सी के शासन में सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ
नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि 3 दिन पहले पीसीसी चीफ डोटासरा के गृह जिले में 2 सभाएं हुई। दोनों सभाओं में जनता ने खड़े होकर कहा कि लूट खसोट की सरकार की विदाई करनी हैं। राठौड़ ने आगे कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा हैं। जिस तरह एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। वह यह बताने के लिए काफी है कि किस्सा कुर्सी के शासन में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ हैं। जिस तरह से योजना भवन के बेसमेंट में रखी अलमारी ने धन और सोना उगला है। इस खंदक की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी इस सरकार के भ्रष्टाचार को आम जनता तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
सीएम ने लोगों का दिल तोड़ा
राठौड़ ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम कहते है कि चुनाव पैसे से नहीं दिल से जीते जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं सीएम की इस बात से सहमत हूं कि चुनाव दिल से जीते जाते हैं, दिल तोड़कर नहीं। लेकिन सीएम की याददाश्त ठीक हो तो उन्होंने सबसे पहले दिल उसी का तोड़ा कि हस्ताक्षर से पिछली बार टिकट जारी हुए थे। सरकार में बैठे हुए मंत्री कहते है कि हमारी सरकार कमीशनखोरी की सरकार है। सीएम का यह बयान छलावा के सिवा और कुछ नहीं है। आज प्रदेश में नौजवानों का दिल पेपरलीक से टूटा है। किसान का दिल कर्जमाफी नहीं होने से टूटा है।