(केजे श्रीवत्सन, जयपुर)
Rajasthan MLA Unique Demand On Liquor : राजस्थान की विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के विधायक ने एक अनोखी मांग कर दी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को त्योहार और खास मौके पर 8 लीटर तक देशी शराब रखने की कानूनी इजाजत मिले। इसे लेकर सत्ता पक्ष ने विरोध किया तो विधायक ने जवाब देते हुए कहा कि रात 8 बजे बाद तो आप भी बैठते ही होंगे। उन्होंने कहा कि नियम सबके लिए बराबर हो। अगर आदिवासी शराब नहीं रख सकते तो अंग्रेजी शराब की दुकान और बार बंद कर देनी चाहिए।
आदिवासियों को परेशान करती है पुलिस : विधायक
राजस्थान के डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने जनजाति क्षेत्र विभाग और आदिवासियों के लिए प्रस्तावित बजट चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि आदिवासियों की परंपरा में महुआ का उपयोग शामिल है, जिसका त्योहारों और खास मौकों पर इस्तेमाल किया जाता है। आदिवासी इलाकों में पुलिस की ज्याददती इस तरह बढ़ गई है कि अगर किसी गरीब आदिवासी के घर 1 लीटर भी महुआ मिल जाता है तो उसे 15 से 20 लीटर बता कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर देते हैं या फिर मामले को रफ-दफा करने के लिए 10,000 रुपये तक की रिश्वत मांगी जाती है। ऐसे में आदिवासियों को उनकी परंपरा के अनुसार 8 लीटर महुआ रखने की छूट मिलनी चाहिए।
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MLA ने अंग्रेजी शराब की दुकान पर दिया बड़ा बयान
विधायक गणेश घोघरा ने आगे कहा कि राजस्थान सरकार ने पूरे राज्य में अंग्रेजी शराब और बार की दुकान खोल दी है। आदिवासी इलाकों में भी अंग्रेजी शराब के लाइसेंस दिए गए हैं। अब जरा सोचकर देखिए कि गरीब आदिवासी कहां से 1000 रुपये की अंग्रेजी शराब पिएगा।
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कांग्रेस MLA ने सत्ता पक्ष के विधायकों पर कसा तंज
उन्होंने आगे कहा कि अगर आदिवासियों को 8 लीटर शराब रखने की इजाजत नहीं मिलती तो सरकार को अंग्रेजी शराब की दुकान और बार को भी बंद कर देना चाहिए। सबके लिए नियम समान होना चाहिए। इस पर राज्य की भाजपा सरकार ने चुटकी लेते हुए इसका विरोध किया तो गणेश घोघरा ने तंज कसते हुए कहा कि आप भी रात 8 बजे बाद बैठते ही होंगे।