Who is indian army deserter Rajveer Singh: पंजाब और मोतीहारी पुलिस ने एक बड़ा ऑपरेशन चलते हुए नार्को-आतंक के खतरनाक नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. हरियाणा के सिरसा थाने पर हमले की साजिश रचने वाला भारतीय सेना से फरार जवान राजवीर सिंह निकला. राजवीर के पास से हैंड ग्रेनेड और 500 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है. गिरफ्तार आरोपित राजवीर पाकिस्तान के आतंकी-तस्कर नेटवर्क से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था. राजवीर सिंह बिहार के मोतिहारी जिले के इंडो नेपाल रक्सौल बॉर्डर के रास्ते देश छोड़कर भागने के फिराक में था. इससे पहले राजवीर का सहयोगी चिराग भी पकड़ा गया था. हमले के लिए आर्थिक मदद भी चिराग के जरिए पहुंचाई गई थी, जिसे आगे हमलावरों तक पहुंचाया गया.
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कौन है राजवीर सिंह जो बना पाकिस्तानी जासूस
पंजाब पुलिस के तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, राजबीर सिंह ने वर्ष 2011 में भारतीय सेना ज्वाइन की थी. वर्ष 2025 में अमृतसर ग्रामीण के घरिंडा थाने में आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत दर्ज जासूसी के मामले में नाम आने के बाद वह फरवरी 2025 में सेना से फरार हो गया था. जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों आरोपितों का हरियाणा के सिरसा में महिला पुलिस थाने पर हुए ग्रेनेड हमले की साजिश में भी हाथ था. राजबीर और चिराग ने अमृतसर ग्रामीण निवासी गुरजंत सिंह को हैंड ग्रेनेड मुहैया कराए थे. गुरजंत को हरियाणा पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
2022 में पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में आया राजवीर
पंजाब एसएसओसी की एआईजी डी सुदरविझी ने बताया कि वर्ष 2022 में राजवीर इंटरनेट मीडिया के जरिए पाकिस्तान स्थित हैंडलरों के संपर्क में आया था. हेरोइन की खेपों तक पहुंच के बदले वह संवेदनशील और गोपनीय सैन्य जानकारियां साझा कर रहा था. इतना ही नहीं, उसने अन्य सैन्य कर्मियों को भी इन हैंडलरों से मिलवाया. मामला दर्ज होने के बाद राजबीर नेपाल में छिप गया और पंजाब-नेपाल के बीच आवाजाही करते हुए नशा तस्करी जारी रखी.
राजवीर के पाकिस्तान स्थित हैंडलर उसे नेपाल के रास्ते यूरोप भेजने की तैयारी में थे. फिर एक बार इंदौर नेपाल रक्सौल बॉर्डर के रास्ते देश से भागने के दौरान पंजाब और मोतीहारी पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलते हुए राजवीर को गिरफ्तार कर लिया और ट्रांजिट रिमांड पर उसे पंजाब लाया गया है.
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