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Narad Puran: कभी नहीं करने चाहिए ये 4 काम, वरना मृत्यु के बाद नरक में एंट्री हो जाती है तय

Narad Puran: मनुष्य जीवित रहते हुए जो भी कर्म करता है उसे मृत्यु के बाद उसकी सजा भुगतनी ही पड़ती है। लेकिन पुराणों में बताया गया है कि कुछ कर्म ऐसे होते हैं जिसे करने के बाद मनुष्य सीधा नरक ही जाता है। आइए जानते हैं वो चार कर्म कौन से हैं जिन्हे नहीं करनी चाहिए।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Sep 18, 2024 21:03
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Do not do these 4 karmas

Narad Puran: गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद होने वाली सारी घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें ये भी बताया गया है कि कौन सा कर्म करने से स्वर्ग मिलता है और किस कर्म के कारण नरक की यातनाएं सहनी पड़ती है। वहीं नारद पुराण में चार ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है, जिन्हे मृत्यु के बाद नरक ही जाना पड़ता है। चलिए जानते हैं वो 4 मनुष्य कौन-कौन हैं?

ब्राह्मण की हत्या करनेवाला

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हिन्दू पुराणों में वर्णित है जो वेदों का ज्ञाता है वह ब्राह्मण कहलाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि ब्राह्मण, ब्रह्मा जी के मुख से उत्पन्न हुआ है, इसलिए ब्राह्मणों का स्थान सबसे ऊंचा है। ऐसे में नारद पुराण कहता है कि जो भी मनुष्य जान-बूझकर या भूल वश भी ब्राह्मणों की हत्या करता है, तो वह मृत्यु के बाद सीधा नरक ही जाता है। गरुड़ पुराण में ब्राह्मणों की हत्या को ब्रह्महत्या माना गया है और ब्रह्म हत्या को महापाप की श्रेणी में रखा गया है। मृत्यु के बाद ब्रह्म हत्या करने वाले मनुष्य को कुंभीपाक नाम के नरक में हजारों सालों तक सजा भुगतनी पड़ती है।

गुरु की पत्नी के साथ अनैतिक संबंध

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हिन्दू धर्म शास्त्रों में गुरु को भगवान और माता-पिता से भी ऊंचा दर्जा दिया गया है। ऐसा माना जाता है कि गुरु की पत्नी माता के समान होती है। ऐसे में यदि कोई मनुष्य अपने गुरु की पत्नी के साथ अनैतिक संबंध बनाता है या उन पर बुरी नजर भी डालता है तो, मृत्यु के बाद वह सीधा नरक ही जाता है। गरुड़ पुराण में ऐसे कर्मों को ब्रह्महत्या से भी बड़ा पाप माना गया है। ऐसे मनुष्य को मृत्यु के बाद हजारों सालों तक जयंती नामक नरक में यातना सहनी पड़ती है।

चोरी करनेवाला

नारद पुराण की माने तो जो मनुष्य चोरी करता है या दूसरों की वस्तु हड़प लेता है, वो भी महापापी माना जाता है। मृत्यु के बाद ऐसी आत्मा सीधा नरक ही जाती है। मृत्यु के बाद ऐसे मनुष्य को तामिस्र नामक नरक में कई सालों तक सजा भुगतानी पड़ती है।

शराब पीनेवाला

नारद पुराण के अनुसार जो भी मनुष्य शराब का सेवन करता है वह महापाप का भागी बन जाता है। शराब का सेवन करने वाला मनुष्य जीवित रहते हुए ही अपना सारा पुण्यकर्म नष्ट कर लेता है और मृत्यु के बाद उसे सीधा नरक में ही स्थान मिलता है। शराब पीने और पिलाने वाले मनुष्य को विलेपक नाम के नरक में घोर यातनाएं सहनी पड़ती है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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News24 हिंदी

First published on: Sep 18, 2024 09:03 PM

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