Indian Air Force’s Operation Trishul: भारतीय वायुसेना का ऑपरेशन त्रिशूल आज यानी सोमवार से शुरू हो चुका है। इस ऑपेरशन का नाम त्रिशूल इसलिए दिया गया है क्योंकि भारतीय वायुसेना किसी भी घातक ऑपेरशन को अंजाम देने में सक्षम है। इस ऑपरेशन में राफेल, एसयू-30 एमकेआई, जगुआर, मिराज-2000, मिग-29, मिग-21 बाइसन, लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मध्य हवा में ईंधन भरने वाले AWACS विमान और परिवहन बेड़े को भी तैनात किया किया गया है।
14 सितंबर तक चलेगा ऑपरेशन
इसके अलावा चिनूक और अपाचे भी अपनी अदम्य ताकत को दुश्मन की सीमा के पास दिखा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, यह अभ्यास आज से शुरू होकर 14 सितंबर तक चलेगा। बताया गया है कि G20 शिखर समेलन से पहले दुनिया भारतीय वायुसेना की ताकत देख रही है। वहीं आसमान में ईंधन भरने वाले टैंकर से लेकर निगरानी रखने वाले अवाक्स भी अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।
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ये है ऑपरेशन की खासियत
सेटेलाइट के जरिये भी अभ्यास की बारीकियों पर नजर रखी जाएगी तो जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल की ताकत भी जांची जाएगी, ताकि मौका मिलने पर वह चूके नहीं। वायुसेना का कमांडो दस्ता गरुड़ भी पूरी ताकत से उतरेगा। इस दौरान ऑपेरशन को कोई भेद नहीं पाए, इसके लिए साइबर सिक्योरिटी पर भी खासा जोर होगा। हाल के वर्षों में वायुसेना के सामने चुनौतियां भी बढ़ी हैं। खासकर पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन वर्षों से जिस तरह से चीन के साथ तनाव जारी है और वहीं पाकिस्तान से लगी सीमा पर चुनौतियां मिलती रहती है।
हर मोर्चे के लिए तैयार हो रही वायुसेना
ऐसे में वायुसेना अब तैयारी में है कि अगर एक साथ दोनों फ्रंट से चुनौती सामने आ जाए, तो उसे कैसे बेहतर तरीके से निपटा जाए? समय के साथ दुनिया की चौथी बड़ी वायुसेना ने अपने आपको बेहतर तरीके से तैयार किया है। इसका रसूख दुनिया की तमाम वायुसेनाएं भी मानती हैं। हथियारों से लेकर ट्रेनिंग तक, हर मामले में वायुसेना महारत हासिल करने में जुटी है। इस अभ्यास के बाद भारतीय वायुसेना ऑपेरशन तरंग शक्ति का भी आयोजन करने वाली है।
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