India vs Pakistan : 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में आतंकियों ने कायराना हरकत को अंजाम देते हुए गोलीबारी की थी, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए और कई घायल हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी “द रेसिस्टेंस फ्रंट” (TRF) ने ली, जो पाकिस्तान-समर्थित लश्कर-ए-तैयबा का हिस्सा माना जाता है। TRF ने दावा किया कि यह हमला 2019 में अनुच्छेद 370 खत्म करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के खिलाफ था।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने चार संदिग्धों में से तीन की पहचान भी की है, जिनमें दो पाकिस्तानी नागरिक हैं। यह हमला पिछले दो दशकों में कश्मीर में नागरिकों पर सबसे घातक था, जिसने कश्मीर के पर्यटन को गहरा झटका दिया और इससे भारत में गुस्से की लहर पैदा हो गई है।
भारत ने इस हमले पर तुरंत और सख्त प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा छोटा कर दिल्ली लौटकर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े कदम उठाए हैं। इसमें अटारी-वाघा बॉर्डर बंद, 1960 की सिंधु जल संधि निलंबित, पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों का निष्कासन, SAARC वीजा छूट रद्द करने की कार्रवाई की गई।
वहीं, पाकिस्तान ने भारत के इन कदमों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया। पाकिस्तान ने अपनी वायुसीमा भारतीय विमानों के लिए बंद कर दी, बॉर्डर सील कर दिया, और सभी व्यापार गतिविधियों पर रोक लगा दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सिंधु जल संधि निलंबन को ‘युद्ध की घोषणा’ बताया। इन जवाबी कदमों ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया, जिससे वैश्विक समुदाय में चिंता पैदा हो गई है।
युद्ध हुआ तो क्या होगा?
रक्षा विशेषज्ञों की माने तो भारत-पाकिस्तान के युद्ध में सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान को होना तय है। हालांकि, परमाणु युद्ध दोनों देशों के लिए विनाशकारी होगा। आइए जानते हैं कि भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान से कितना अधिक शक्तिशाली है।
भारत है दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति
2025 में भारत और पाकिस्तान की सैन्य ताकत में बड़ा अंतर है। ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के अनुसार, भारत दुनिया की चौथी सबसे शक्तिशाली सैन्य शक्ति है, जिसका पावर इंडेक्स स्कोर 0.1184 है। दूसरी ओर, पाकिस्तान 12वें स्थान पर है, जिसका स्कोर 0.2513 है।
इतनी है सेना
भारत की 1.4 अरब जनसंख्या देश को विशाल मानव संसाधन देती है, जिसमें हर साल 2.39 करोड़ लोग सेना में शामिल होने वाली आयु मापदंड तक पहुंचते हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान की 25 करोड़ जनसंख्या और 47.94 लाख लोग ही सैन्य आयु वाले हैं। भारत की 14.55 लाख सक्रिय सुरक्षाबल हैं और 11.55 लाख रिजर्व सैनिक हैं। वहीं, पाकिस्तान के पास 6.54 लाख सक्रिय और 5 लाख रिजर्व सैनिक हैं।
थल सेना
भारत के पास 4,201 टैंक (T-90 भीष्म, अर्जुन), 1,51,248 बख्तरबंद वाहन, और 9,719 तोपखाने हैं। स्वदेशी हथियार जैसे ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका रॉकेट सिस्टम भारत की मारक क्षमता को बढ़ाते हैं।
दूसरी ओर, पाकिस्तान के पास 2,627 टैंक, 450+ A-100 रॉकेट सिस्टम, और 612 स्वचालित तोपखाने हैं, जो ज्यादातर चीन से आयातित हैं। भारत की थल सेना न केवल संख्या में बल्कि तकनीकी और स्वदेशी उत्पादन में भी आगे है।
वायु सेना
भारत की वायुसेना के पास 2,229 विमान हैं, जिनमें 600 फाइटर जेट्स (राफेल, सुखोई Su-30MKI), 899 हेलीकॉप्टर, और 6 हवाई टैंकर शामिल हैं। रुद्रम, अस्त्र, और ब्रह्मोस जैसे मिसाइल सिस्टम भारत की हवाई मारक क्षमता को बढ़ाते हैं। पाकिस्तान के पास 1,399 विमान हैं, जिनमें 328 फाइटर जेट्स (J-10C, JF-17) और 373 हेलीकॉप्टर हैं।
पाकिस्तान के पास 4 हवाई टैंकर और कुछ SAM सिस्टम (LY-80) हैं, लेकिन इसकी हवाई रक्षा क्षमता सीमित है। भारत की वायुसेना की संख्या, विविधता, और स्वदेशी मिसाइल प्रणालियां इसे हवाई युद्ध में स्पष्ट बढ़त देती हैं।
नौसेना
भारतीय नौसेना के पास 150 युद्धपोत और पनडुब्बियां हैं, जिनमें दो विमानवाहक पोत (INS विक्रमादित्य, INS विक्रांत), परमाणु पनडुब्बियां, और P-8I समुद्री टोही विमान शामिल हैं। भारत की ब्लू-वाटर नौसेना वैश्विक स्तर पर संचालन करने में सक्षम है। इसके विपरीत, पाकिस्तानी नौसेना के पास 121 युद्धपोत हैं, लेकिन कोई विमानवाहक पोत नहीं है। यह एक ग्रीन-वाटर नौसेना है, जो क्षेत्रीय संचालन तक सीमित है। भारत की नौसेना अरब सागर में नाकाबंदी कर पाकिस्तान की समुद्री आपूर्ति को आसानी से बाधित कर सकती है।
परमाणु क्षमता
दोनों देश परमाणु-संपन्न हैं, जो युद्ध को और खतरनाक बनाता है। भारत के पास अनुमानित 150-172 परमाणु हथियार हैं और इंडिया ‘नो फर्स्ट यूज’ नीति का पालन करता है। भारत की मिसाइलें (अग्नि, ब्रह्मोस) लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम हैं।
पाकिस्तान के पास 140-150 परमाणु हथियार हैं, जिसमें सामरिक परमाणु हथियार शामिल हैं, जो भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट’ रणनीति का जवाब देने के लिए डिजाइन किए गए हैं। परमाणु युद्ध की स्थिति में दोनों देशों को भारी नुकसान होगा, लेकिन भारत की रणनीतिक गहराई और मिसाइल रक्षा प्रणालियां (जैसे S-400) इसे थोड़ी बढ़त दे सकती हैं।
इकोनॉमी पावर
युद्ध की स्थिति में आर्थिक स्थिरता और संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत की GDP 2025 में लगभग 3.9 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत का रक्षा बजट 75 अरब डॉलर है, जो आधुनिक हथियारों और स्वदेशी उत्पादन में निवेश को सपोर्ट करता है।
भारत की आर्थिक स्थिरता और वैश्विक व्यापार साझेदारियां इसे लंबे युद्ध के लिए सक्षम बनाती हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान की GDP लगभग 340 अरब डॉलर है, और इसका रक्षा बजट 6.34-8 अरब डॉलर के बीच है। आर्थिक अस्थिरता, कर्ज और सीमित औद्योगिक आधार पाकिस्तान की युद्ध लड़ने की क्षमता को कमजोर करते हैं।
अंतरराष्ट्रीय सपोर्ट
भारत के पास अमेरिका, रूस, फ्रांस, और जापान जैसे देशों के साथ मजबूत सैन्य और आर्थिक पार्टनरशिप्स हैं। ये देश युद्ध की स्थिति में भारत को रसद, तकनीकी, और कूटनीतिक समर्थन प्रदान कर सकते हैं।
भारत की वैश्विक साख और RIMPAC जैसे अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यासों में भागीदारी इसे मजबूत बनाती है। दूसरी ओर, पाकिस्तान मुख्य रूप से चीन पर निर्भर है, जो उसे सैन्य उपकरण और आर्थिक सहायता प्रदान करता है। वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की स्थिति भारत की तुलना में कमजोर है, और वह अंतरराष्ट्रीय अलगाव का सामना कर सकता है।
नेस्तनाबूद हो सकता है पाकिस्तान!
रिपोर्ट्स की मानें तो भारत और पाकिस्तान के युद्ध में पड़ोसी देश पाकिस्तान पूरी तरह से नेस्तनाबूद हो सकता है। हालांकि भारत एक शांतिप्रिय देश है। इस कारण वह लड़ाई से अधिक शांति में विश्वास रखता है।
विशेषता | भारत | पाकिस्तान |
सक्रिय सैनिक | 14.55 लाख | 6.54 लाख |
रिजर्व सैनिक | 11.55 लाख | 5 लाख |
टैंक | 4,201 (T-90, अर्जुन) | 2,627 |
तोपखाने | 9,719 | 612 स्वचालित |
विमान | 2,229 (600 फाइटर जेट्स: राफेल, सुखोई Su-30MKI) | 1,399 (328 फाइटर जेट्स: J-10C, JF-17) |
युद्धपोत | 150 (2 विमानवाहक: INS विक्रमादित्य, INS विक्रांत) | 121 (कोई विमानवाहक नहीं) |
परमाणु हथियार | 150-172 | 140-150 |
GDP (2025) | 3.9 ट्रिलियन डॉलर | 340 बिलियन डॉलर |
रक्षा बजट | 75 अरब डॉलर | 6.34-8 अरब डॉलर |
डिस्क्लेमर : जानकारी विभिन्न विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है। सैन्य और आर्थिक डेटा ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स 2025 और विश्व बैंक जैसे स्रोतों व अन्य मीडिया रिपोर्ट्स से लिया गए हैं।