Hajj 2025: सऊदी अरब में हर साल लाखों मुस्लिम मक्का में जाकर हज यात्रा शुरू करते हैं और आज से हज यात्रा शुरू हो रही है। वहीं, सऊदी सरकार ने इस बार मक्का में एंट्री और वीजा रूल्स को काफी सख्त कर दिया है। इस बार सिर्फ ऑफिशियल हज वीजा या कर्मचारी परमिट वालों को ही मक्का में एंट्री की परमिशन होगी। टूरिस्ट, बिजनेस या अन्य वीजा वालों को हज सीजन के दौरान मक्का में एंट्री से रोक दिया जाएगा।
हज को लेकर जरूरी बातें?
एज लिमिट क्या है?
12 साल से कम उम्र के बच्चों को हज करने की परमिशन नहीं है। यह नियम भीड़ से होने वाले खतरों को लेकर बनाया गया है।
सिंगल-एंट्री वीजा
भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, मिस्र समेत 14 देशों के लोगों को केवल 30 डेज की वैलिडिटी वाला सिंगल-एंट्री वीजा मिल पाएगा। अगर आप सऊदी से बाहर जा रहे हैं, तो आपका वीजा एक्सपायर हो जाएगा।
एप्लिकेशन प्रोसेस क्या है?
हज के लिए अप्लाई करना पूरी तरह से ऑनलाइन है। सभी डाक्यूमेंट्स और फोटो नुसुक पोर्टल की मदद से सबमिट करने होंगे।
पहली बार हज करने वालों को क्या मिलेगी प्रायोरिटी
सऊदी सरकार ने ऐलान किया है कि पहली बार हज करने वालों को प्रायोरिटी दी जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा मुस्लिमों को हज करने का चांस मिल सके।
न्यू पेमेंट सिस्टम क्या है?
सऊदी लोगों के लिए हज पैकेज का पेमेंट 3 इंस्टॉलमेंट में हो सकता है। पहली इंस्टॉलमेंट 20% (बुकिंग के 72 घंटे के अंदर) और बाकी 2 इंस्टॉलमेंट्स 40%-40% रमजान और शव्वाल तक होती हैं।
कितने लोगों की मक्का में एंट्री से रोक
हज शुरू होने से पहले सऊदी अरब ने मक्का में एंट्री कर रहे कई लाखों लोगों पर रोक लगा दी है। यह फैसला भीड़ को कंट्रोल करने के साथ-साथ सेफ्टी को देखते हुए उठाया गया है। सऊदी सरकार के मुताबिक, पिछले साल भयंकर गर्मी से 1,301 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर बिना परमिट वाले थे। बिना परमिशन के हज करने वालों से भीड़ बढ़ती है, जिससे भगदड़ का खतरा रहता है। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई पिछले साल की गर्मी से हुई मौतों के बाद की गई थी।
बिना परमिशन वालों को क्या मिलेगी सजा?
जुर्माना
बिना परमिशन के जाने पर लाखों रुपए का जुर्माना लग सकता है। (4.2 Lakhs of rupees)
डिपोर्ट
विदेशी तीर्थ यात्रियों को सजा के बाद देश से निकाला जा सकता है और 10 साल तक सऊदी में एंट्री पर बैन लग सकता है।
अन्य सजा क्या हो सकती है?
आपको बता दें, रूल ब्रेक करने पर 23,000 हजार से ज्यादा लोगों पर जुर्माना लगा है। इसके अलावा 400 सर्विस कंपनियों के लाइसेंस कैंसिल हो गए। सऊदी के लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल ओमारी के मुताबिक, सारे तीर्थ यात्री नजर में हैं और अगर कोई रूल ब्रेक करेगा, तो उसकी खैर नहीं।
सऊदी सरकार ने क्यों उठाए कदम?
सऊदी सरकार ने पिछले हादसों को देखते हुए कई कदम उठाए हैं, जैसे:
ड्रोन का इस्तेमाल
इस साल पहली बार ड्रोन का इस्तेमाल निगरानी, भीड़ को मैनेज करना और आग बुझाने के लिए किया जाएगा।
हेल्थ सर्विस
50,000 से ज्यादा मेडिकल से जुड़ी सर्विस मिलेंगी, 71 मेडिकल पॉइंट्स तैयार हैं, जहां 140 सर्जरी की सुविधाएं तैयार कर दी गई हैं।
ठहरने की व्यवस्था कैसी है?
तीर्थयात्रियों के लिए ट्रांसपोर्ट और ठहरने की व्यवस्था को आसान बनाया गया है। इसके लिए नुसुक और अरशिदनी प्लेटफॉर्म के जरिए मदद मिलेगी। तीर्थयात्रियों को छाता इस्तेमाल करने, पानी पीने और भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी गई है।
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