Mental Health: दिमाग से जुड़ी कई तरह की बीमारी होती है, जिसमें कुछ का इलाज होता है। तो वहीं, कुछ बीमारियों का इलाज नहीं हो पाता है। हेल्थ एक्सपर्ट किरा ग्रेव्स ने बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 5 में से 1 वयस्क को किसी न किसी तरह की मानसिक बीमारी है। हालांकि, मानसिक हेल्थ की चुनौतियां किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती हैं। मानसिक हेल्थ की स्थितियों के लक्षण अलग-अलग होते हैं। मूड में उतार-चढ़ाव और गुस्सा या उदासी महसूस करना संकेत हैं कि आप मूड डिसऑर्डर से परेशान हैं। आप मानसिक रूप से बीमार लोगों में व्यवहार में बदलाव देख सकते हैं, जैसे कि सोशल आइसोलेशन या फिर सेल्फ-डेसट्रक्टिवे बिहेवियर। आइए जानते हैं की इसके क्या-क्या संकेत हो सकते हैं?
मूड स्विंग
मूड स्विंग में आपकी भावनाओं में तेजी से बदलाव नजर आ सकता है। आप उत्साह, क्रोध, चिड़चिड़ापन, उदासी या उदासीनता की भावनाओं के बीच तेजी से बदलाव फील कर सकते हैं। बच्चों या अन्य लोगों में, आप एनर्जी के लेवल में बदलाव, जोर से बोलना और ज्यादा गुस्सा करना देख सकते हैं।
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चिंता या क्रोध
ज्यादा चिंता या क्रोध जो डेली लाइफ में समस्याएं पैदा कर सकता है। एंग्जायटी इंटेंस फियर, गिल्ट और डिस्कम्फर्ट की भावना है, जो अक्सर क्रोध के कारण पैदा होती है। बच्चे दूर-दूर रहने, अलग-थलग रहने, परेशान होने या सामाजिक संपर्क से बचने लगते हैं।
भूख में बदलाव
आपको खाना खाने में परेशानी हो सकती है और इस दौरान आप बहुत कम खाना खाने लगते हैं। या फिर ये भी हो सकता है कि आप भूख न होने पर भी मजबूरी में खाना खा रहे हों। साथ ही आपका खुद पर कंट्रोल नहीं रहता है। डिप्रेशन और डिप्रेसिव डिसऑर्डर के कारण हो सकता है। ज्यादा भोजन करने की इच्छा या भूख न लगने की समस्या हो सकती है।
नींद में बदलाव
मेंटल हेल्थ के लिए नींद बहुत जरूरी है। नींद की समस्या के कारण मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पर सकता है। इसके कारण नींद आने या सोते रहने में समस्या और सामान्य से ज्यादा सोना (हाइपरसोमनिया ) डिप्रेशन और PTSD के साथ-साथ अन्य समस्याओं के साथ ये समस्या पैदा होती है।
एनर्जी में कमी
मेंटल हेल्थ की स्थिति एनर्जी के लेवल को प्रभावित करती है, जिसके कारण थकान और एनर्जी लो फील हो सकता है। आप पहले से पसंद की जाने वाली एक्टिविटी में रुचि खो सकते हैं और जरूरी काम को पूरा करने के लिए प्रेरणा की कमी महसूस कर सकती है। बच्चों के लिए स्कूल का काम या काम पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है और वह अपने काम से जल्दी हार मान लेते हैं।
दिमाग को कैसे रखें हेल्दी
दिमाग को हेल्दी रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि हेल्दी फूड और ड्रिंक को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही हर रोज एक्सरसाइज या मेडिटेशन जरूर करें। कई बार अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण भी मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं। वहीं अगर अगर आपकी समस्याएं ज्यादा बढ़ गई है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।