Sitting For Long Hours Impact Depression: हमारी वर्क स्टाइल में हुए बदलाव हेल्थ के लिए नुकसानदेह साबित हो रहे हैं। दिनभर बैठकर काम करने से मेंटल हेल्थ कई मायनों में प्रभावित हो रही है। ज्यादातर समय लैपटॉप के सामने बैठकर लिखना, काम करने के साथ-साथ ऑनलाइन चर्चा करने में बीत जाता है।
बीते कुछ टाइम में ऐसे कई चेंज देखने को मिले हैं, जैसे- बात बात पर गुस्सा, मोटापे के साथ-साथ चिड़चिड़ापन के लक्षण भी दिख सकते हैं। इसके अलावा पेट में भी जुड़ी कुछ समस्याएं होने लगती हैं। लगातार बैठे रहने से बाहर निकलना नहीं हो पाता, दिनभर का समय ऑफिस के कामों में निकल जाता है। युवाओं में बढ़ रही मानसिक परेशानियों से जूझ रहे हैं।
लंबे समय तक बैठे रहने से होते हैं 5 नुकसान
मोटापे का खतरा बढ़ना
लंबे समय तक बैठे रहने से वजन बढ़ सकता है और मोटापे का शिकार हो सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि खड़े होने या चलने के मुकाबले में कम कैलोरी बर्न होती है। खड़े होना, स्ट्रेच करना और घूमने के लिए रेगुरलर ब्रेक लें।
हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ना
लंबे समय तक बैठे रहने से हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है। यह ब्लड फ्लो और मेटाबॉलिज्म में कमी की वजह से होता है। लंबे समय तक बैठे रहने को थोड़े-थोड़े समय के लिए एक्टिविटी करें। अपनी रूटीन में पैदल चलना, साइकिल चलाना या तैराकी कर सकते हैं।
खराब पोजिशन
लंबे समय तक बैठे रहने से पोजिशन खराब होती है, जिसमें झुकना और कंधे शामिल है। इससे कमर पर प्रेशर पड़ सकता है। स्ट्रेचिंग और सही पोजिशन के लिए रेगुलर ब्रेक लें।
टाइप 2 डायबिटीज का खतरा
लंबे समय तक बैठे रहने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ होती है। इसमें सुधार करने के लिए पूरे दिन रेगुलर फिजिकली एक्टिव रहना चाहिए।
मस्कुलोस्केलेटल दर्द
लंबे समय तक बैठे रहने से कमर दर्द, गर्दन में दर्द और जोड़ों में अकड़न या एंठन के साथ-साथ मस्कुलोस्केलेटल दर्द (हड्डियों, जोड़ों का दर्द) हो सकता है। खड़े होने, स्ट्रेच करने और घूमने के लिए रेगुलर ब्रेक लें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।