नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के नोएडा में बने सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech twin tower) को गिराए जाने की तैयारी पूरी हो गई है। 28 अगस्त यानी रविवार दोपहर ढाई बजे ट्विन टावर को विस्फोट के जरिए ध्वस्त कर दिया जाएगा। इन टॉवर को गिराए जाने से पहले आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक मैनेजमेंट कर लिया गया है।
32 मंजिला इस इमारत को गिराने के लिए विस्फोटक लगाने का काम भी पूरा हो चुका है। बिल्डिंग को गिराने के लिए लगभग 3,700 किलो विस्फोटक लगाया गया है। जब ये विस्फोट होगा तो इससे धुएं का एक विशाल ढेर, निकलेगा जो मीलों तक दिखाई देगा। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि ट्विन टावर गिराए जाने से सेहत पर कितना और क्या असर पडे़गा?
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इस मामले को लेकर हमने Dr.shrey Srivastava से बातचीत की है। वह ग्रेटर नोएडा में मौजूद शारदा अस्पताल में आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।
सवाल-जवाब के जरिए समझिए पूरी बात…
सवाल- सुपरटेक ट्विन टावर गिरने से सेहत को क्या नुकसान होगा?
जवाब- जब भी किसी बिल्डिंग को गिराया जाता है, तो इसका सीधा असर सेहत पर पड़ता है। इससे निकलने वाली डस्ट लंग्स के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है, जबकि तेज साउंड कानों से जुड़ी परेशानियां बड़ा सकता है। ये बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी की हालत खराब कर सकती है।
सवाल- विस्फोट के बाद निकलने वाली डस्ट से सेहत पर क्या असर होगा?
जवाब- जब किसी बिल्डिंग को ब्लास्ट किया जाता है तो भारी मात्रा में डस्ट निकलती है। ये डस्ट लोगों की सेहत पर बुरा असर डालती है। ये बिल्डिंग के आस-पास रहने वाले लोगों को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाती है। अगर ये डस्ट शरीर के अंदर चली जाए तो फेफड़ों से जुड़ी बीमारी हो सकती है। जो लोग फेफड़ों से जुड़ी किसी भी समस्या से या फिर अस्थमा से जूझ रहे हैं, उन्हें अधिक खतरा रहता है।
सवाल- ब्लॉस्ट के दौरान निकलने वाला साउंड कितना खतरनाक?
जवाब– ब्लास्ट के दौरान जो साउंड निकलेगा, वो 60 उम्र पार कर चुके लोगों के लिए अधिक नुकसानदायक होगा। खासकर जो लोग पहले से ही कानों से जुड़ी बीमारी के शिकार हैं, उन्हें हेयर लॉस इंज्री हो सकती है। इसके अलावा छोटे बच्चों को कानों से जुड़ी समस्या हो सकती है। जब ब्लास्ट होगा तब बच्चों के कान के परदे फट सकते हैं।
सवाल- डस्ट आंखों को किस तरह प्रभावित करती है?
जवाब– डस्ट फेफड़ों के अलावा आंखों के लिए भी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आंखों में जलन हो सकती है और उनसे पानी आने लगता है। जो लोग आंखों से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं उनके लिए खतरा अधिक होता है। जिन लोगों को चश्मा लगता है, वे सावधानी जरूर बरतें।
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सवाल- विस्फोट के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
जवाब– जब किसी बल्डिंग को विस्फोट के जरिए गिराया जाता है तो डस्ट और धुंआ करीब एक महीने तक हवा में उड़ता रहता है। सेहत पर इसका असर करीब 1 से 2 महीने तक हो सकता है। यही वजह है कि इस दौरान आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होगी है। नीचे जानिए उनके बारे में…
- जिस समय ब्लास्ट होने वाला हो उस वक्त ईयर प्लग्स का उपयोग करें।
- जो ईयर बैग्स का इस्तेमाल करते हैं, वो ब्लॉस्ट के दौरान उनका यूज न करें।
- जब डस्ट आंखों में जाती है तो उसे मसले नहीं, साफ पानी से धुलें।
- मास्क लगाना बेहद जरूरी है। इससे डस्ट शरीर के अंदर नहीं जाएगी।
- अगर बच्चों को आंखों में जलन होती है तो उनका चेकअप कराएं।
- जब भी ब्लास्ट हो तो खिड़कियां, कमरे के दरवाजे सबकुछ बंद कर लें।
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