Multiple Sclerosis: यह एक ऑटो इम्यून डिजीज (Autoimmune Disease) है, जिसमें इम्युन सिस्टम अपनी बॉडी के हेल्दी सेल्स पर अटैक करने लगता है, जिससे ब्रेन और शरीर के बाकी अंगों से संपर्क नहीं हो पाता है। यह बीमारी महिलाओं में मर्दों की तुलना में कम पाई जाती है। इस बीमारी का पता लगाना मुश्किल है। क्योंकि ये किसी टेस्ट के जरिए भी पता नहीं चल पाता है और इसके लक्षण भी काफी अलग होते हैं।
इसमें डॉक्टर दिमाग का MRI करते हैं, ताकि दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड (Spinal Cord) के सेल्स से पता कर सके कि मल्टीपल स्केलेरोसिस है या नहीं। एक स्टडी के अनुसार, जो लोग मल्टीपल स्केलेरोसिस से ग्रस्त हैं वो मेंटल हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं से पीड़ित होते हैं जैसे डिप्रेशन, बैचेनी और बाइपोलर डिसऑर्डर इसके लक्षण हो सकते हैं।
लक्षण
- थकान होना
- हाथों और पैरों में झनझनाहट होना
- गर्दन इधर उधर करते समय झटके महसूस करना
- चलने में परेशानी
- मूड का अचानक बदलना
- देखने में परेशानी होना
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ये टिप्स से कुछ मदद मिल सकती है
एक्सरसाइज- मल्टीपल स्केलेरोसिस होने पर डेली एक्सरसाइज करनी चाहिए। क्योंकि इसमें मसल्स कमजोर हो जाती हैं और चलने में, शरीर का संतुलन बनाने में भी परेशानी होती है। इसलिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। इससे लचीलापन और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
हेल्दी खान-पान- अपने आहार में पोषण से भरपूर फूड आइटम्स शामिल करें। इसके लिए खाने में हरी सब्जियां, फल, दूध आदि शामिल करें। इसके अलावा शुगर और तले हुए खाने से परहेज करें।
स्ट्रेस न लें- ज्यादा स्ट्रेस लेना हेल्थ पर असर करने लगता है। इसके साथ ही सोने में परेशानी हो सकती है। इन्हीं कारण से मल्टीपल स्केलेरोसिस होने का खतरा रहता है।
स्मोकिंग और शराब का सेवन न करें- स्मोकिंग और शराब का सेवन करने से मल्टीपल स्केलेरोसिस के लक्षण दिखने लगते हैं।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।