Monsoon Health Tips: देश के सभी राज्यों में इस वक्त बारिश हो रही है। कहीं तेज तो कहीं कम लेकिन पानी जरूर बरस रहा है। मानसून खुशियों का मौसम होता है ये अपने साथ ठंडक और बहार लेकर आता है। मगर हर मौसम अपने साथ-साथ कुछ इंफेक्शन और बीमारियों को साथ लेकर आता है। अक्सर आपने देखा होगा कि लोगों को बारिश के पानी में छप-छप करने की आदत होती है। हालांकि, यह एक प्रकार की मस्ती होती है जो हमें सुकून देती है। मगर मस्ती भी भारी पड़ सकती है। जी हां, बरसात के पानी में स्किन को डुबोकर रखना गंभीर इंफेक्शन्स का बुलावा होता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
केरल बेस्ड आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अथिरा शिवानंद बताती हैं कि बारिश में हम ऐसी मस्तियां करना पसंद करते हैं लेकिन कोई कभी यह नहीं बताता कि बारिश का पानी हमें कितने संक्रमण दे सकता है। बेमौसम बरसात में भीगने से सर्दी-जुकाम होना कॉमन प्रॉब्लम है लेकिन बरसात के पानी के छिंटों से स्किन का संक्रमित होना भी उतना ही कॉमन है। बरसात के पानी में खुद को भिगाने से लेप्टोस्पायरोसिस नामक गंभीर संक्रामक रोग भी होता है।
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क्यों होता है स्किन इंफेक्शन?
दरअसल, बारिश का पानी जब जमीन पर भरने लगता है तो नालियों और गंदा पानी इसके साथ मिक्स हो जाता है, जिस वजह से यह स्किन इंफेक्शन को बढ़ावा देता है। अक्सर गटर का पानी भी बारिश के पानी के साथ हमारी स्किन पर आ जाता है, जिससे बैक्टीरिया और वायरस से होने वाले इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। इस पानी में फंगस और बैक्टीरिया भी पाए जाते हैं, ये फूंसी-फोड़े का कारण बनते हैं। कई बार लोगों के घरों की टंकियां खुली होती हैं और उनमें बारिश का पानी भर जाता है। ऐसे पानी को पीने या नहाने से कई गंभीर बीमारियां जैसे कि डायरिया और स्किन पर रैशेज जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
बचाव कैसे होगा?
डॉक्टर बताती है बारिश में इससे बचने के लिए सबसे जरूरी है अपने पैरों और स्किन को बचाना। इसलिए, चप्पल जरूर पहनें। अगर बहुत ज्यादा समय के लिए बाहर रहना होता है तो जूते पहनें। घर आने के बाद अपने पैरों को साबुन की मदद से अच्छे से धोएं। गंदे मोजे और जूतों को दोबारा न पहनें। गीले जूते या सॉक्स न पहनें। अगर आपको संक्रमण हुआ है तो उसके लिए पैरों में नारियल तेल और कपूर का मिश्रण लगाएं। नीम के पत्ते को पानी में उबालकर उसे ठंडा करें और अपने पैरों को उसमें डुबोकर रखें। हाथों की सफाई के लिए सैनिटाइजर और टाइम टू टाइम हैंडवॉश करें। बारिश के समय रेनकोट और छाता हमेशा अपने साथ रखें। बारिश में भीगने जाएं तो उसके बाद खुद को सुखा लें और गुनगुने पानी से स्किन को पोछें। ऐसा करने से स्किन इंफेक्शन की संभावना कम होगी।
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