Liver Cirrhosis Causes: कम उम्र में अल्कोहल ज्यादा पीने से युवा लिवर सिरोसिस की बीमारी से ग्रस्त हो रहे हैं। ये बीमारियां पहले 50 या 60 साल से ऊपर के लोगों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब कम उम्र के युवाओं में भी देखने को मिल रही है। लिवर से जुड़ी समस्याओं के लिए सिर्फ शराब ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान भी इसके लिए काफी जिम्मेदार हैं।
डाइट की बात करें तो फास्ट फूड, जंक फूड, ऑयली चीजों का ज्यादा सेवन करने से भी लिवर की सेहत पर असर पड़ता है। लिवर सिरोसिस एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है जिसमें लिवर के टिश्यू परमानेंट डैमेज हो जाते हैं और यह नॉर्मल तरीके से काम करना बंद कर देता है। ऐसे में जानिए लिवर के खतरे को बढ़ाने वाली 5 वजहें क्या हैं..
ज्यादा शराब पीना
ज्यादा और रेगुलर शराब पीने से लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचता है। शराब लिवर की सेल्स को खत्म करती है और समय के साथ यह सिरोसिस का कारण बन सकती है।
वायरल हेपेटाइटिस संक्रमण
हेपेटाइटिस B और C वायरस के संक्रमण लिवर में सूजन और डैमेज का कारण बनते हैं। अगर इन संक्रमणों का समय पर इलाज नहीं किया जाए तो यह सिरोसिस का कारण बन सकते हैं।
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD)
यह स्थिति तब होती है जब लिवर में फैट जमा होने लगता है, भले ही कोई शराब न पीता हो। अगर यह स्थिति गंभीर हो जाए और समय पर इलाज न हो तो यह सिरोसिस में बदल सकती है।
ऑटोइम्यून लिवर रोग
ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस और प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस जैसी बीमारियों में शरीर की इम्यूनिटी लिवर की सेल्स पर हमला करती है, जिससे लिवर डैमेज हो सकता है और सिरोसिस हो सकता है।
दवाओं का सेवन
कुछ दवाएं और इंडस्ट्रियल केमिकल लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन करने से लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है और सिरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
लिवर सिरोसिस के खतरे को कैसे कम करें
- शराब पीना लिमिट में करें या बंद कर दें।
- हेपेटाइटिस B और C से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं ।
- हेल्दी डाइट फॉलो करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें।
- डॉक्टर की बताई मेडिसिन का ही सेवन करें।
- रेगुलर हेल्थ चेकअप कराएं।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।