Heart Attack Symptoms: खेलते-खेलते किसी को हार्ट अटैक आ जाए और जान चली जाए तो इससे क्या समझा जाए कि अब स्पोर्ट्स एक्टिविटी करना भी हमारी बॉडी के लिए भारी पड़ सकता है? जी हां, बिल्कुल ऐसा हो सकता है। हैदराबाद में राकेश नाम का एक बैडमिंटन खिलाड़ी हार्ट अटैक से अपनी जान गंवा चुका है, जिसे स्वस्थ और युवा बताया जा रहा है। राकेश सिर्फ 25 साल का था, जिस वजह से यह सवाल खड़ा हो रहा है कि अभी कुछ समय पहले तक 30 से 40 साल के युवा हार्ट अटैक का सामना कर रहे थे जबकि अब 25 साल के युवाओं के साथ भी ऐसा हो रहा है।
हाल ही में कुछ दिनों पहले पंजाब से भी ऐसा ही दिल दहलाने वाला मामला सामने आया था जहां एक युवक क्रिकेट खेलते हुए हार्ट अटैक से अपनी जान गंवा देता है। चलिए जानते हैं इसका कारण और लक्षण कैसे होते हैं।
स्पोर्ट्स एक्टिविटी क्यों खतरनाक है?
दरअसल, हाई इंटेंसिटी गेम के दौरान कई बार दिल पर ज्यादा दबाव पड़ जाता है, जिससे कार्डियक अरेस्ट हो जाता है। वहीं, किसी-किसी को पहले से दिल की बीमारी से संबंधित अन्य परेशानियां जैसे कि हाई बीपी या हाई कोलेस्ट्रॉल होती है, जिस वजह से भी अचानक हार्ट अटैक आ जाता है। यह सबसे आम कारण होता है अचानक युवा खिलाड़ियों में मौत का।
ये भी पढ़ें-हेपेटाइटिस के 5 प्रकार कैसे होते हैं? सबसे ज्यादा खतरनाक कौन सा, जानिए डॉक्टर से
युवाओं को कार्डियक अरेस्ट क्यों आ रहा है?
इस बारे में SAAOL हार्ट सेंटर के फाउंडर डॉक्टर बिमल छाजेड़ बताते हैं कि युवाओं में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स की वजह से ऐसा होता है। कई बार युवा हैवी वर्कआउट के साथ-साथ कुछ प्रकार की हानिकारक स्टेरॉइड्स और सप्लिमेंट्स का सेवन करते हैं, जिस कारण उनके दिल पर दबाव पड़ता है और अचानक कार्डियक अरेस्ट हो जाता है। इसके अलावा, एक और बड़ा कारण युवाओं में हार्ट अटैक का शरीर की नसों में ब्लॉकेज होना है। एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी भी बीमारी से मौत होने में समय लगता है। सिर्फ हार्ट की बीमारी ऐसी होती है, जिसमें मरीज की तुरंत मौत हो जाती है।
कुछ अन्य कारणों में स्ट्रेस, धूम्रपान और शराब का सेवन करना शामिल हैं। शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी से भी हार्ट अटैक आ सकता है।
हैदराबाद में 25 साल के राकेश badmintion खेलने के दौरान हार्ट से मृत्यु हो गई। pic.twitter.com/eyN5Jpwzbp
— Peak Male Content (@PMALECONTENT) July 28, 2025
ऐसे होते हैं संकेत
- सीने में दर्द होना।
- तेज दिल की धड़कनें।
- चक्कर आना।
- सांस फूलना।
- थकान होना।
बचाव के लिए क्या करें?
- नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराएं।
- वर्कआउट या हाई इंटेस स्पोर्ट खेलते हैं तो समय-समय पर अपना बीपी और शुगर चेक कराएं।
- हेल्दी डाइट का सेवन करें।
- स्ट्रेस कम करें।
ये भी पढ़ें-बच्चों को नहीं अब व्यस्कों को हो रहा हेपेटाइटिस-A, प्रेग्नेंट महिलाओं को भी कम नहीं रिस्क