Sakat Chauth: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चौथ या संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान श्रीगणेश को तिल के लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। साथ ही उनकी पूजा कर उनसे सुख-समृद्धि और प्रसन्नता का वरदान लिया जाता है। इस बार संकष्टी चतुर्थी आज 11 मार्च 2023, शनिवार (Sankashti Chaturthi 2023) को आ रही है।
आचार्य अनुपम जौली के अनुसार इस बार सकट चौथ या संकष्टी चतुर्थी पर तीन शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धी योग, प्रीति योग तथा आयुष्मान योग बन रहे हैं। ये तीनों ही अत्यन्त शुभ योग माने गए हैं। यदि इस दिन विधिवत तरीके से गजानन गणपति की पूजा की जाए तो निश्चित रूप से समस्त कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी। जानिए इस दिन कैसे गणपति की पूजा करें।
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सकट चौथ पर ये हैं शुभ मुहूर्त और योग (Sakat Chauth Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार सकट चौथ तिथि 11 मार्च 2023 को रात्रि 10.05 बजे तक रहेगी। आज बनने वाले शुभ योग निम्न प्रकार हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग: सुबह 7.11 बजे से अगले दिन सुबह 6.40 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 2.36 बजे से 3.23 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12.13 बजे से 1.01 बजे तक
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ऐसे करें गणपति की पूजा (Ganpati Ki Puja Kaise Kare)
संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह शीघ्र स्नान कर ब्रह्म मुहूर्त में ही भगवान गजानन गणपति का अभिषेक करें। उन्हें लाल रंग के पुष्प, माला, मौली, अक्षत, धूप बत्ती, देसी घी का दीपक आदि अर्पित करें। उन्हें लाल चंदन का तिलक लगाएं। उनकी आरती करें तथा उन्हें काले तिल और गुड़ से बने लड्डुओं का भोग लगाएं। रात को चन्द्रमा के उदय होने पर जल से अर्ध्य दें। दिन में भगवान गणपति की कथा भी सुनें। पूरे दिन व्रत करें तथा एक समय भोजन करें। इस तरह पूजा करने से व्यक्ति की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।