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ज्योतिष

Aaj Ka Panchang: फाल्गुन कृष्ण द्वितीया तिथि पर जानें आज 14 फरवरी के पंचांग का शुभ योग, राहु काल

Aaj Ka Panchang 14 february 2025: आज 14 फरवरी को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। आइए जानते हैं, 14 फरवरी का पंचांग क्या है, कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने वाला है, किस दिशा में यात्रा करना अशुभ है और आज का राहु काल कब से कब तक है?

Author Edited By : Shyam Nandan Updated: Feb 14, 2025 05:48
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Aaj Ka Panchang 14 february 2025: आज 14 फरवरी, 2025 को फाल्गुन माह का दूसरा दिन है यानी आज इस माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 11 घंटे 10 मिनट 19 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 12 घंटे 48 मिनट 50 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह शिशिर ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण होकर गोचर कर रहे हैं।

आइए जानते हैं, 14 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं? आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल का समय क्या है?

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आज का पंचांग

तिथि: आज 14 फरवरी, 2025 को 09:52 PM तक फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इसके बाद फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि शुरु हो जाएगी। द्वितीया तिथि के स्वामी ब्रह्मा हैं और इस तिथि का स्वभाव मंगलप्रद माना गया है, इसलिए यह तिथि शुभ मानी जाती है।

नक्षत्र: आज 14 फरवरी को शाम के 11:09 PM तक पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शुरू होगा। पूर्वाफाल्गुनी और उत्तराफाल्गुनी दोनों नक्षत्र सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं।

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दिन/वार: आज शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी, दुर्गा, पार्वती, संतोषी माता सहित सभी देवी स्वरूपों और दैत्याचार्य शुक्र को समर्पित है। यह दिन विशेष रूप से धन संबंधी उपायों और शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुभ माना गया है।

योग: आज शाम के 07:20 AM तक अतिगंड योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद सुकर्मा योग आरंभ हो जाएगा। अतिगंड एक अशुभ योग है, लेकिन सुकर्मा योग शुभ कार्यों के लिए उत्तम है।

करण: आज के दिन 09:03 AM तक तैतिल करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद गर करण की शुरुआत होगी, जो 09:52 PM तक व्याप्त रहेगी और फिर वनिज करण आरंभ हो जाएगा।

सूर्य-चंद्र गोचर

आज के पंचाग के उपर्युक्त इन 5 अंगों के साथ ही आज सूर्य और चंद्र गोचर की स्थिति इस प्रकार रहने के योग हैं:

सूर्य गोचर: सूर्य कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनि ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।

चन्द्र गोचर: आज चंद्रमा सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं, जो सूर्य भगवान राशि है और इस राशि में वे 15 फरवरी की 05:44 AM तक रहेंगे, फिर वे कन्या राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

शुभ-अशुभ काल

आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:

ब्रह्म मुहूर्त: 05:18 AM से 06:09 AM

प्रातः सन्ध्या: 05:43 AM से 07:00 AM

अभिजित मुहूर्त: 12:13 PM से 12:58 PM

विजय मुहूर्त: 02:27 PM से 03:12 PM

गोधूलि मुहूर्त: 06:08 PM से 06:34 PM

सायाह्न सन्ध्या: 06:11 PM से 07:27 PM

अमृत काल: 04:12 PM से 05:57 PM

निशिता मुहूर्त: 12:09 AM, फरवरी 15 से 01:01 AM, फरवरी 15

आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:

राहुकाल: आज राहु काल 11:12 AM से 12:35 PM तक रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।

यमगंड: 03:23 PM से 04:47 PM

गुलिक काल: 08:24 AM से 09:48 AM

दुर्मुहूर्त काल: 09:14 AM से 09:59 AM और 12:58 PM से 01:42 PM

14 फरवरी 2025 के पर्व और त्योहार

आज फाल्गुन माह की द्वितीया तिथि है और दिन शुक्रवार है। आज का दिन देवी लक्ष्मी, दुर्गा, पार्वती, संतोषी माता सहित सभी देवी स्वरूपों और दैत्याचार्य शुक्र को समर्पित माना जाता है। शुक्रवार को विशेष रूप से मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है, क्योंकि वे धन, वैभव और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी हैं। साथ ही, इस दिन मां दुर्गा और मां संतोषी की उपासना करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सुख-शांति प्राप्त होती है।

शुक्रवार का संबंध शुक्र ग्रह से भी है, जिसे भौतिक सुख-संपदा, कला, प्रेम, सौंदर्य और वैवाहिक जीवन का कारक माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, शुक्र ग्रह की शांति के लिए इस दिन व्रत, दान और विशेष पूजा करने से जीवन में सौभाग्य की वृद्धि होती है। धन, व्यापार और आर्थिक उन्नति के लिए यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है, इसलिए इस दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उपाय किए जाते हैं।

आज की यात्रा टिप्स: आज पश्चिम दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर आज इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।

पंचांग का महत्व

पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर मात्र नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो जीवन को सफल और समृद्ध बनाने में सहायक होता है। यह हमें ब्रह्मांड की प्राकृतिक लय और खगोलीय घटनाओं के अनुरूप चलने की शिक्षा देता है। जब व्यक्ति इन प्राकृतिक नियमों का पालन करता है, तो उसके जीवन में आने वाली बाधाएं कम हो जाती हैं और उन्नति के मार्ग खुलते हैं।

पंचांग के इन 5 अंग- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण को ध्यान में रखकर यदि महत्वपूर्ण कार्य किए जाएं, तो जीवन में सफलता और समृद्धि के अवसर बढ़ जाते हैं। विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, नए व्यवसाय की शुरुआत, यात्रा और अन्य शुभ कार्यों को पंचांग के अनुसार करने से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।

इसके अलावा, पंचांग व्यक्ति की निर्णय क्षमता को भी मजबूत बनाता है, जिससे वह सही समय पर उचित निर्णय लेकर अपने जीवन को अधिक सुव्यवस्थित और उन्नत बना सकता है। पंचांग के ज्ञान से व्यक्ति स्वयं को प्रकृति और ब्रह्मांड की ऊर्जा के साथ संतुलित कर सकता है, जिससे उसका जीवन अधिक सकारात्मक और सफल बनता है।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Edited By

Shyam Nandan

First published on: Feb 14, 2025 12:14 AM

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