Ukraine to celebrate Christmas on 25 December : साल 1917 के बाद पहली बार यूक्रेन ने इस साल बाकी कई देशों की तरह क्रिसमस सात जनवरी की जगह 25 दिसंबर को मनाने का फैसला किया है। यह कदम केवल तारीख में बदलाव भर नहीं है। दरअसल जूलियन कैलेंडर के अनुसार क्रिसमस की तारीख सात जनवरी है और रूस में इसी तारीख को यह त्योहार मनाया जाता है।
इस फैसले को देश में चल रहे सांस्कृतिक बदलाव की कोशिशों में एक बड़ा कदम माना जा है। यह कदम यूक्रेन पर मॉस्को के प्रभाव को खत्म करने की कोशिशों के तहत उठाया गया है। यूक्रेन ने अब पश्चिमी ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया है जो बताता है कि यह देश खुद को यूरोप के साथ लाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
For the first time since 1917, #Ukraine will celebrate Christmas on 25 Dec, not Jan 7th. This is the country moving on from Russia and the latest attempt to eradicate Moscow's influence in Ukraine. "Unfortunately, for many people in the world, Ukraine is linked to Russia… But I… pic.twitter.com/x3rArlYyme
— Glasnost Gone (@GlasnostGone) December 23, 2023
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यहां की राजधानी कीव के बाहर एक छोटे से शहर क्लावदिएवो-तारासोव (Klavdievo-Tarasove) में एक डेकोरेशन फैक्टरी है। यह फैक्टरी एक समय में पूरे सोवियत यूनियन में क्रिसमस डेकोरेशन की सप्लाई करती थी। कभी यहां बड़ी संख्या में लोग काम किया करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है।
कई सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं दोनों देश
2022 में रूस ने हमले के एक महीने बाद इस इलाके पर भी कब्जा कर लिया था तब यह फैक्टरी पूरी तरह से बंद हो गई थी। हालांकि अब यहां काम करने वाले एक तिहाई लोग वापस आ चुके हैं और डेकोरेशंस बनाने का काम फिर से शुरू किया गया है और इन्हें देश के बाकी हिस्सों में भेजा जा रहा है।
यूक्रेन और रूस कई सांस्कृतिक संबंध साझा करते हैं और दोनों ही देशों को हमेशा आस-पास ही रहना होगा। लेकिन रूस की आक्रामकता ने यूक्रेन की पहचान को और मजबूत ही किया है। साथ ही रूस के रुख को देखते हुए यूक्रेन इन साझा संबंधों को बदलने की लगातार कोशिश कर रहा है।
‘रूस से दूर नहीं, यूरोप के पास जा रहा यूक्रेन’
कीव में एक चर्च है चर्च ऑफ सेंट एंड्रयू। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार यहां के फादर आंद्रिय कहते हैं कि यह दुर्भाग्य है कि यूक्रेन को हमेशा रूस के पड़ोसी की तरह देखा जाता है। लेकिन मुझे लगता है कि यूरोप हमारा ज्यादा पड़ोसी है। कैलैंडर बदलना रूस से दूर जाना नहीं बल्कि यूरोप के पास आना है।
इस सवाल पर कि हर परिस्थिति में रूस हमेशा यूक्रेन के पास रहेगा तो क्या रूस को माफ करने की संभावना बनती है, फादर आंद्रिय ने कहा कि भगवान उन्हीं को माफ करते हैं जिन्हें गलती का पछतावा होता है। हमें नहीं लगता कि रूस अपनी गलतियों का पश्चाताप कर रहा है। ऐसे में माफी की बात करना जल्दबाजी होगी।
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