Washington, US: रूस की संघीय सुरक्षा सेवा ने वाॅल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच को जासूसी के आरोप में अरेस्ट कर लिया है। हालांकि सुरक्षा सेवा ने रूसी राज्य मीडिया का हवाला देते हुए इस प्रकार के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। गेर्शकोविच पर FSB ने अमेरिकी सरकार के लिए जासूसी करने का आरोप है। गेर्शकोविच शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से जासूसी के आरोप में रूस में हिरासत में लिए गए पहले अमेरिकी पत्रकार हैं।
न्यूज एजेंसी तास ने बताया कि FSB ने अमेरिका के हितों में जासूसी करने के लिए गेर्शकोविच पर औपचारिक रूप से आरोप लगाया था, लेकिन गेर्शकोविच ने आरोप से इनकार किया था। हालांकि वाॅल स्ट्रीट जर्नल की इस मामले में स्ट्रीट जर्नल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
18 अप्रैल को होगी सुनवाई
रूसी मीडिया के अनुसार मॉस्को की एक अदालत 18 अप्रैल को गेर्शकोविच के वकीलों द्वारा उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ दायर अपील पर सुनवाई करेगी। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी पत्रकार को फिलहाल 29 मई तक कुख्यात लेफ्टेरियोवो प्री-डिटेंशन सेंटर में रखा गया है। पत्रकार की गिरफ्तारी का पश्चिमी अधिकारियों ने निंदा करते हुए कहा कि एक स्वतंत्र प्रेस के लिए दुनिया भर के सभी स्वतंत्र लोगों को इस कार्रवाई का विरोध करना चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने की अपील
बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से गेर्शकोविच को तुरंत रिहा करने का आग्रह किया। गेर्शकोविच पहले एजेंस फ्रांस-प्रेसे और द मॉस्को टाइम्स के रिपोर्टर हुआ करते थे, वो एक अमेरिकी नागरिक हैं। जासूसी का दोषी साबित हो जाने पर उन्हें 20 साल तक की जेल हो सकती है। वो यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध की कवरेज कर रहे हैंए इस दौरान वो यूक्रेन में मौजूद थे।