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लखनऊ से अल-कायदा का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार, यूपी के ADG ने बताई- क्या थी उसकी योजना?

UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के आतंकवाद-रोधी दस्ते (ATS) ने लखनऊ से एक 20 वर्षीय युवक को आतंकवादी संगठन अल कायदा (एक्यूआईएस) और जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया। बता दें कि इससे पहले भी यूपी एटीएस ने कई जिलों से कथित आतंकियों को गिरफ्तार किया था। […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Jan 2, 2023 18:16
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Prashant Kumar, District courts, Jeeva Murder Case, Lucknow Murder Case, UP Hindi News
UP DGP Prashant Kumar

UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के आतंकवाद-रोधी दस्ते (ATS) ने लखनऊ से एक 20 वर्षीय युवक को आतंकवादी संगठन अल कायदा (एक्यूआईएस) और जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया। बता दें कि इससे पहले भी यूपी एटीएस ने कई जिलों से कथित आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

सहारनपुर का रहने वाला है आरोपी

यूपी एटीएस के अतिरिक्त महानिदेशक नवीन अरोड़ा ने बताया कि अजहरुद्दीन मूलरूप से सहारनपुर जिले का रहने वाला है। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह हेलमेट बेचने का काम करता था।

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पूर्व में 10 लोगों को किया गया था गिरफ्तार

पुलिस ने बताया है कि अजहरुद्दीन एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा है, जिसका अक्टूबर में एक्यूआईएस और जेएमबी से कथित रूप से जुड़े होने का मामला सामने आया था। एटीएस ने एक मुदस्सिर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। जो उत्तराखंड से थे। 10 आरोपी व्यक्तियों पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) समेत विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था।

पूर्व में पकड़े गए लोगों से मिला था सुराग

पूर्व में पकड़े गए सभी आरोपी जेल में बंद हैं। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में मुदस्सिर ने पुलिस को अजहरुद्दीन के आतंकी संगठनों से जुड़े होने के बारे बताया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदेह के आधार पर अजहरुद्दीन को लखनऊ में एटीएस कार्यालय लाया गया। यहां उसके साथ विस्तार से पूछताछ की गई। बाद में एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

कट्टरपंथ के वीडियो और साहित्य मुहैया कराता था

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उत्तर प्रदेश के एडीजी कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एक ही मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अजहरुद्दीन जिहाद फैलाने और कट्टरपंथ में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के नाम पर युवाओं को वीडियो और साहित्य मुहैया कराता था। शरिया कानून लागू करने की भी योजना बना रहे था।

एडीजी कानून-व्यवस्था ने बताया कि आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने 31 दिसंबर 2022 को अजहरुद्दीन को गिरफ्तार किया। वह भारतीय उपमहाद्वीप (एक्यूआईएस)/जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) में अल-कायदा का सक्रिय सदस्य है।

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Written By

Naresh Chaudhary

First published on: Jan 02, 2023 06:16 PM
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