Uttar Pradesh Crime News: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक महिला की आपबीती हैरान करने वाली है। महिला के साथ 1994 में रेप किया गया था। जब वह नाबालिग थी। उसके साथ कई साल तक गुड्डू और उसके भाई नकी हसन ने रेप किया था। कई साल तक आरोपियों ने उसे हवस का शिकार बनाया, जिसके कारण वह गर्भवती हो गई थी। महिला शर्म के मारे कुछ नहीं बोली और बेटा होने पर इसे एक दंपती को गोद दे दिया था। लेकिन हरदोई के दंपती ने 10 साल बाद महिला को उसका बेटा फिर लौटा दिया।
जिसके बाद बेटा मां के साथ मायके में रहने लगा। जब बेटा बड़ा हुआ, तो उसने पिता के बारे में पूछा। जिसके बाद महिला ने पूरी आपबीती बेटे को बताई। बेटे ने जिद्द की और महिला से कोर्ट में याचिका लगवाकर न्याय की मांग की। 3 साल तक केस चला और आखिर 21 मई को दोनों दोषियों को कोर्ट ने 10-10 साल जेल की सजा सुना दी। दोषी सलाखों के पीछे जा चुके हैं।
महिला 1994 में अपने बहन और बहनोई के घर पढ़ाई के लिए गई थी। बहन टीचर थी, जो पढ़ाने के लिए जाती थी। बहनोई भी जॉब करता था। जिसके बाद आरोपी उसके घर आते और रेप करते थे। कई साल तक ये सब चलता रहा। वह गर्भवती हो गई, तो डॉक्टर ने उसके स्वास्थ्य का हवाला देकर गर्भ गिराने से इनकार कर दिया। जिसके बाद महिला को बिना शादी किए बच्चे को जन्म देना पड़ा। लेकिन उसने न्याय के लिए कहीं आवाज नहीं उठाई।
बच्चे ने पूछा-कौन है मेरा पिता?
परिजनों ने बच्चे को दंपती को गोद दिया था। महिला का निकाह 2000 में गाजीपुर में कर दिया गया। लेकिन महिला के पति को पहले से बच्चा होने की जानकारी लग गई। जिसके बाद उसने महिला को तलाक दे दिया। मजबूरी में महिला को अपने मायके रहना पड़ा। जिसके बाद बच्चे ने बड़ा होने पर अपने पिता के बारे में पूछा। मां ने कई बार छिपाया, लेकिन बच्चा अड़ा रहा। आखिर महिला ने सच्चाई बताई, जिसके बाद बच्चे ने अपनी मां और खुद को न्याय दिलाने के लिए कोर्ट में याचिका लगाई।