Mohammed Yusuf
DS Group To Buy Noida Biggest Mall GIP: एनसीआर के सबसे बड़े मॉल्स में से एक द ग्रेट इंडिया पैलेस को डीएस ग्रुप खरीद सकता है। रजनीगंधा और कैच मसाले का ग्रुप जीआईपी मॉल की खरीदने की तैयारी में हैं। दो लोगों ने जानकारी के अनुसार बताया कि सौदा करीब 2000 करोड़ रुपए में हो सकता है। यदि डील फाइनल होती है तो यह नोएडा के रियल स्टेट में सबसे बड़ी खरीद-बिक्री होगी।
दो लोगों में से एक ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा, कंपनी रिटेल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में अपनी मौजूदगी को विस्तार दे रही है। जीआईपी का पूरा कॉम्पलेक्स 147 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें कई मॉल्स हैं और काफी जगह खाली भी है। खाली जगहों पर कुछ और व्यावसायिक या आवासीय इमारतें बनाईं जा सकती हैं। नए प्रॉजेक्ट्स के लिए यहां 17 लाख स्क्वॉयर फीट जमीन उपलब्ध है। जीआईपी को अप्पू घर ग्रुप और यूनिटेक ग्रुप ने मिलकर बनाया था।
जानकारी के मुताबिक दूसरे शख्स ने बताया कि कॉम्पलेक्स की बिक्री 1000 करोड़ के कर्ज की वजह से होने जा रही है और इसके मौजूदा प्रमोटर्स की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। यह डील किसी भी कंपनी के रिटेल सेक्टर में विस्तार को बड़ा उछाल दे सकती है। जीआईपी पर कोरोना महामारी और आसपास कई और मॉल्स खुल जाने का बड़ा असर हुआ। कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से भारत में मॉल्स को करीब 3 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
क्या जल्द ही बिक जाएगा नोएडा का जीआईपी मॉल
आजकल नोएडा के रियल एस्टेट सेक्टर में एक चर्चा बहुत तेजी से आम हो रही है कि नोएडा के सेक्टर 38 ए स्थित सबसे बड़ा मॉल बिकने वाला है। नोएडा शहर के द ग्रेट इंडिया पैलेस यानी कि जीआईपी मॉल बिकने वाला है। बताया जा रहा है इस मॉल की बिक्री के लिए 2000 करोड रुपए की कीमत लगाई गई है। हालांकि जीआईपी मॉल की खरीद फरोख्त के लिए इससे पहले कई बार डील हुई जोकि फेल हो गई है।
कितना बड़ा है यह जीआईपी मॉल
गौतम बुध नगर के नोएडा शहर के सेक्टर 38 ए में बना जीआईपी मॉल एक काफी बड़ा व्यासायिक केंद्र है। इस माल का काफी बड़ा आकार है और बताया जाता है कि करीब 147 एकड़ में बना हुआ है। यह माल रियल एस्टेट कि यूनिटेक बिल्डर और दिल्ली के अप्पू घर में मिलकर इसको बनाया है। द ग्रेट इंडिया पैलेस की नाम 2005 में मुलायम सिंह की सरकार के समय रखी गई थी। उस समय भी यह एनसीआर का यह सबसे बड़ा मॉल था।
क्यों बिक रहा है जीआईपी मॉल?
द ग्रेट इंडिया पैलेस के एक हिस्से में जीआईपी मॉल है तथा दूसरे हिस्से में वर्ड्स ऑफ़ वंडर पार्क है। तथा दूसरी तरफ गार्डन गैलरिया मॉल है। 147 एकड़ में बने इस माल को पूरे नोएडा के सेक्टर 38 A में बसाया गया है। इस माल के बनाते वक्त कई तरह के भ्रष्टाचार की चर्चाएं आम रही थी वहीं जिस बिल्डर यूनिटेक ने इस मॉल को बनाया है उसके ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। और यूनिटेक कंपनी के मालिक काफी लंबे समय से जेल में बंद हैं। यूनिटेक कंपनी पर कर्ज का दबाव बढ़ता जा रहा है यही वजह है की कंपनी ने फैसला लिया है कि इस माल को बेचकर कर्ज़ा चुकाया जाए।
2000 करोड रुपए लगी है माल की कीमत
रियल एस्टेट के कारोबार के जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि जीआईपी मॉल को बेचने के लिए 2000 करोड रुपए की कीमत लग चुकी है। इस माल को खरीदने के लिए नोएडा के दस ग्रुप में अपनी इच्छा जाहिर की है। सूत्रों का तो यह भी दावा है कि जीआईपी मॉल की बिक्री की डील हो जाती है तो यह नोएडा शहर की सबसे बड़ी प्रॉपर्टी डील होगी। डीएस ग्रुप यानी धर्मपाल सतपाल ग्रुप पान मसाला तथा मसाला बनाने वाला एक बड़ा ग्रुप है।
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