---विज्ञापन---

उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

उत्तराखंड में नेपाल-लद्दाख जैसे हालात बनाने की साजिश, धामी सरकार अलर्ट

उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से आंदोलन हो रहा है। पेपर लीक को लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में कई जगह भड़काऊ बयानबाजी के वीडियो भी वायरल हुए हैं। इसको लेकर धामी सरकार अलर्ट पर आ गई है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Raghav Tiwari Updated: Sep 26, 2025 18:29

उत्तराखंड में पेपर लीक को लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र लगातार पेपर लीक की जांच की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। लेकिन इसी बीच कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें भड़काऊ बयानबाजी की जा रही है। कुछ छात्र वीडियो में नेपाल और लद्दाख जैसे हालात बनाने की धमकी देते दिखाई दिए। इनके बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी युवाओं से अपील करता हूं कि वो तय करें कि उनके आंदोलन का नेतृत्व कौन लोग कर रहे हैं। सीएम धामी ने कि युवाओं के आंदोलन को राजनीतिकरण किया जा रहा है। सीएम धामी ने युवाओं को निष्पक्ष रहने का पूरा भरोसा दिया है।

आंदोलन को भड़काने में विपक्ष की भूमिका?

शक जताया जा रहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में आंदोलन को आग देने में विपक्ष की साजिश है। इस पर सीएम धामी ने कहा कि जो युवाओं को सड़कों पर लाकर अपना हित साध रहे हैं,ऐसे लोग हैं जिनका युवाओं या भर्ती प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है। उनका साफ मतलब विपक्षी नेताओं से है, जो बेवजह युवाओं को आंदोलन में फंसाया जा रहा है। धामी ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की आड़ में सरकार को निशाना बनाया जा रहा है।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: CM धामी ने दी नकल और कोचिंग माफियाओं को चेतावनी, कहा- ‘नकल जिहादियों को मिलाएंगे मिट्टी में’

सीएम ने दिया भरोसा

सीएम धामी प्रदेश में युवाओं का विश्वास जीतने की कोशिश में लगे हैं। युवाओं को वह निष्पक्षता का दावा भी कर चुके हैं। स सीएम धामी ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता है कि जैसे हमने 25 हजार नियुक्तियां पारदर्शी तरीके से बिना किसी भ्रष्टाचार के की हैं, आगे भी इस क्रम को हम बढ़ाएंगे। सीएम धामी ने कहा कि जो घटना सामने आई है उसकी जांच के लिए हमने एक एसआईटी का गठन किया है। भरोसा दिलाते हुए कहा कि छात्रों के हित में जो भी फैसला लेना होगा, हम एक मिनट भी पीछे नहीं हटने वाले हैं।

---विज्ञापन---

क्या है मामला?

बता दें कि गत 21 सितंबर को देहरादून में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) ने स्नातक स्तरीय परीक्षा कराई थी। परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही पेपर लीक हो गया। इसपर छात्रों बबाल शुरू कर दिया। देहरादून के साथ साथ पूरे प्रदेश में युवा प्रदर्शन पर उतर आए। बाद में सरकार ने जांच के लिए एक एसआईटी गठित की। लेकिन विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है।

यह भी पढ़ें: CM पुष्कर सिंह धामी ने किया चमोली का दौरा, जरूरी सहायता देने का दिलाया भरोसा

First published on: Sep 26, 2025 06:29 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.