Gujarat Riots: 21 साल…11 लोगों की हत्या…और 86 आरोपी। ये महज नंबर नहीं 2002 में हुए गुजरात दंगों के दौरान नरोदा गाम में हुई क्रूरता की दास्तान है। गुरुवार को नरोदा गाम नरसंहार मामले में अहमदाबाद की विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
आरोपियों में पूर्व भाजपा विधायक माया कोडनानी और बजरंग दल के पूर्व नेता बाबू बजरंगी शामिल थे। इस मामले में 86 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। जिनमें 18 की मौत हो चुकी है, अब 68 आरोपी बचे थे। मामले में 11 लोगों की जान गई थी।
डिफेंस वकील राजेश मोदी ने बताया कि 2002 में नरोदा गाम में कुछ हादसे हुए। जिसमें 11 लोगों की जान चली गई थी। कुछ घरों को जलाया गया था। कोर्ट ने 2009 में 83 आरोपियों पर चार्जफ्रेम किया था। आज कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
#WATCH 28 फरवरी 2002 को नरोदा गाम में कुछ हादसे हुए जिसमें 11 लोगों की जान गई थी और कुछ घरों को जलाया गया था। कोर्ट ने 2009 में 83 आरोपियों पर चार्ज फ्रेम किया था। आज कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया है: डिफेंस वकील राजेश मोदी, अहमदाबाद pic.twitter.com/EfUG9e83fz
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 20, 2023
28 फरवरी 2002 को नरोदा गाम में मारे गए थे 11 लोग
गोधरा ट्रेन जलने के विरोध में बुलाए गए ‘बंद’ के दौरान 28 फरवरी 2002 को अहमदाबाद शहर के नरोदा गाम इलाके में सांप्रदायिक हिंसा में 11 लोग मारे गए थे। बता दें कि गोधरा में ट्रेन जलने की घटना में अयोध्या से लौट रहे 58 यात्री मारे गए थे।
प्रधान सत्र न्यायाधीश एसके बक्शी की अदालत ने 16 अप्रैल को मामले में फैसले की तारीख 20 अप्रैल तय की थी और आरोपियों को अदालत में पेश होने का निर्देश भी दिया था। गौरतलब है कि मामले के सभी आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। मामले के कुल 86 अभियुक्तों में से 18 की बीच की अवधि में मृत्यु हो गई। मुकदमे के दौरान लगभग 182 अभियोजन पक्ष के गवाहों की जांच की गई।
कोडनानी पर आपराधिक साजिश और हत्या के प्रयास का भी आरोप
दंगा और हत्या के अलावा, 67 वर्षीय कोडनानी पर नरौदा गाम मामले में आपराधिक साजिश और हत्या के प्रयास का भी आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सितंबर 2017 में कोडनानी के बचाव पक्ष के गवाह के रूप में पेश हुए थे।
यह भी पढ़ें: दोनों IAS अफसरों को फौरन रिहा किया जाए, SC ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर लगाई रोक, जानें पूरा मामला