नई दिल्ली: भारत के हरफनमौला खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ ऐसी शानदार पारी खेली कि क्रिकेट के गलियारे वाहवाही से गूंज उठे। अश्विन ने संकट की स्थिति में 42 रन की पारी खेलकर भारत को शानदार जीत दिलाई। उनकी शानदार पारी के बाद उन्होंने इस मैच से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं पर बात की है। उन्होंने तीसरे दिन के खेल के अंत में बांग्लादेश के क्रिकेटरों मेहदी हसन मिराज और लिटन दास के साथ हुई बातचीत को याद किया है। अश्विन ने खुलासा किया कि खेल खत्म होने के बाद पूल के किनारे मेहदी और लिटन किस तरह चिढ़ते थे।
मेहदी हसन और लिटन दास ने की स्लेजिंग
अश्विन ने कहा- “मेहदी हसन और लिटन दास लापरवाही से पूल में तैर रहे थे। मैं सोच रहा था कि क्या वे मुझे चिढ़ाएंगे या बंगाली में कुछ कहेंगे, लेकिन ये दोनों वास्तव में अच्छे लोग हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐश भाई का स्वागत है! हमने सोचा कि आप आज नाइटवॉचमैन होंगे, लेकिन आप क्यों नहीं आए? लेकिन वैसे भी आप कल बल्लेबाजी करने आएंगे, आपका विकेट महत्वपूर्ण होगा।’ अश्विन ने कहा- उन्होंने मुझे स्लेज करना शुरू कर दिया। इस पर मैंने जवाब दिया- ‘बांग्लादेश के लोगों के लिए प्रसिद्ध ऐतिहासिक टेस्ट जीत पर बधाई!’। इस पर बांग्लादेश के क्रिकेटरों ने कहा- हम जानते हैं कि तुम लोग गहरी बल्लेबाजी करते हो इसलिए यह हमारे लिए आसान नहीं होगा। हम आपको बताना चाहते हैं कि मीरपुर में चौथी पारी में किसी भी लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होगा।”
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भाई 35 ओवर खत्म होने तक इंतजार करो
मैंने मेहदी से कहा, ‘भाई 35 ओवर खत्म होने तक इंतजार करो। एक बार गेंद की स्थिति बदल जाती है, तो कुछ भी हो सकता है। अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘मैंने उन्हें बताया कि कैसे गेंद की स्थिति और धीमी पिच की प्रकृति बल्लेबाजों को 35 ओवर के बाद फ्रंट और बैक फुट पर खेलने के लिए फ्रीडम देती है।’
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लिटन दास से कही बड़ी बात
अश्विन ने लिटन दास से हुई बातचीत का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा- मैंने लिटन दास को बताया कि मैंने उन्हें उनके टेस्ट डेब्यू के दौरान देखा था। मैंने उनके खेलने की शैली को देखा और सोचा कि यह बांग्लादेश क्रिकेट को आगे की क्षमता है। मैंने उससे कहा ‘मुझे एक छोटी सी निराशा है। मुझे लगा कि आप विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन के स्तर तक पहुंच जाएंगे।’ उन्होंने जवाब दिया ‘हां, मैं ऐश भाई से सहमत हूं। हमारी क्रिकेट संस्कृति अलग है। हमें उतना एक्सपोजर नहीं मिलता क्योंकि हम सिर्फ यहां खेलते हैं। जब हम अलग पिच पर खेलते हैं तो हमें अनुकूल होने में समय लगता है।’ उन्होंने कहा, “जब मैं जा रहा था तो लिटन ने मुझसे कहा कि वह पथप्रवर्तक बनने के तरीके को लगभग समझ चुके हैं, उन्हें सूत्र मिल गया है। मैंने उनसे कहा कि अगर वह अच्छा करते हैं तो मैं उनके लिए खुश होने वाला पहला व्यक्ति बनूंगा।”
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