नई दिल्ली: बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही तीन मैचों की वनडे सीरीज के फाइनल मैच में हरमनप्रीत कौर अंपायर के फैसले पर भड़क गईं थीं। उन्हें स्टंप्स पर बल्ला मारते भी देखा गया। बाद में उन्होंने मैच प्रजेंटेशन में भी जमकर भड़ास निकाली। ट्रॉफी उठाने के दौरान भी उन्होंने अंपायर पर तंज कसा।
उन्हें इन हरकतों के लिए गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमन पर चीन के हांगझू में होने वाले एशियाई खेलों के पहले दो मैचों से चूकने का खतरा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की ओर से उनके आचरण पर कड़ी फटकार लगने की उम्मीद है।
हरमन को दिए जा सकते हैं 4 डिमेरिट पॉइंट
22 जुलाई को ढाका के शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे के दौरान और उसके बाद उनके व्यवहार के लिए चार डिमेरिट पॉइंट दिए जा सकते हैं। इसके बाद वे दो इंटरनेशनल मैचों से सस्पेंड हो सकती हैं। भारतीय टीम अब हांग्जो एशियाई खेलों के लिए तैयारी कर रही है। ये खेल 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चलेंगे। इसके तहत महिला क्रिकेट प्रतियोगिता 19 सितंबर से शुरू होगी।
क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल से बाहर होने का खतरा
भारतीय टीम अपनी आईसीसी रैंकिंग के आधार पर सीधे क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी है। यदि हरमनप्रीत को 4 डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं तो वह संभावित रूप से क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल दोनों नॉकआउट मैचों से चूक सकती हैं। फिर यदि टीम आगे बढ़ती है तो वह केवल फाइनल, गोल्ड मेडल मैच ही खेल सकती हैं।
ये है नियम
आईसीसी आचार संहिता के तहत नियम के अनुसार, जब कोई खिलाड़ी 24 महीने की अवधि के भीतर चार या अधिक डिमेरिट अंक तक पहुंचता है, तो उन्हें सस्पेंशन पॉइंट्स में बदल दिया जाता है, जिसके बाद खिलाड़ी पर बैन लगाया जाता है। दो पॉइंट एक टेस्ट या दो वनडे या दो टी20 से बैन के बराबर होते हैं। डिमेरिट अंक अपने लगाए जाने के 24 महीने तक खिलाड़ी के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड पर बने रहते हैं, जिसके बाद उन्हें हटा दिया जाएगा।
BCCI को भेजी गई है रिपोर्ट
आम सहमति यह है कि खेल के दौरान हरमनप्रीत का व्यवहार अनुचित था। आउट करार दिए जाने के बाद उन्होंने सबसे पहले अपने बल्ले से स्टंप्स पर प्रहार किया। फिर प्रेजेंटेशन के दौरान मैच अधिकारियों और बांग्लादेश क्रिकेट अधिकारियों के खिलाफ निंदा शुरू कर दी। उम्मीद है कि आईसीसी सोमवार को प्रतिबंधों की घोषणा करेगी। जानकारी के अनुसार, मैच अधिकारियों ने इस मामले में आईसीसी और घरेलू बोर्ड, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को एक रिपोर्ट सौंपी है। कहा ये भी जा रहा है कि हरमनप्रीत ने सैद्धांतिक रूप से अपनी गलती स्वीकार कर ली है। एक बार प्रतिबंधों की घोषणा हो जाने के बाद हरमनप्रीत के पास अपील करने का अधिकार है, जिस स्थिति में आईसीसी मैच रेफरी सुनवाई करेगा।