उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से कुछ लोगों द्वारा बिल्ली को पहले पीटे जाने फिर उसे आग में फेंक दिए जाने की खबर आई है। बिल्ली की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने उन लोगों का रास्ता काट दिया था। बाइक सवार लोगों ने बिल्ली को मारा तो उसके बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है और आरोपियों की तलाश जारी है। ये भी जान लेते हैं कि बिल्ली को मारने पर सजा का क्या प्रावधान है। बिल्ली की हत्या न सिर्फ कानून के दायरे में आता है, बल्कि धार्मिक रूप से भी इसे बड़ा दोष माना गया है।
वहीं पंडित विनोद पांडेय ने बताया कि गलती से बिल्ली को मारने या गाड़ी के सामने आने पर कितना बड़ा दोष लगता है और उससे मुक्ति के क्या उपाय हैं। अगर किसी से ऐसा अपराध हो गया हो तो वो इन उपायों को कर दोष मुक्त हो सकता है। आइए जान लेते हैं इस बारे में विस्तार से।
बिल्ली का रास्ता काटना शुभ या अशुभ?
विनोद पंडित जी ने सबसे पहले तो इस बारे में जानकारी दी कि बिल्ली का रास्ता काटना शुभ होता है या अशुभ। उनके अनुसार, यदि बिल्ली रास्ता काट दे तो ये अशुभ नहीं होता बल्कि वो आपको संकेत दे रही है कि कोई अनहोनी या घटना होने वाली है। हालांकि लोगों ने गलत धारणा बनाई हुई है कि यदि बिल्ली रास्ता काट दे तो ये अशुभ होता है और बनते काम बिगड़ जाते हैं। ऐसे में अगर बिल्ली रास्ता काट दे तो कई लोग तो पहले 3 लोगों के जाने का इंतजार करते हैं और फिर खुद जाते हैं ताकि बिल्ली के रास्ता काटने से आई अशुभता का असर खत्म हो जाए। लेकिन अगर आप दो बिल्लियों को सुबह-सुबह आपस में लड़ते हुए देखते हैं और रोना सुनते हैं तो वो अशुभ माना जाता है।
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बिल्ली के मारने पर लगता है दोष
पंडित जी ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर बिल्ली को मार देता है या उससे गलती से ऐसा अपराध हो जाता है तो इसका बहुत बड़ा दोष लगता है। उस व्यक्ति के हाथ-पैर कांपने लगते हैं। आर्थिक रूप से पतन होता है, और समाज में मान-सम्मान का भी हनन होता है। इसके अलावा अगले जन्म में वो व्यक्ति भी बिल्ली के रूप में जन्म लेगा और उसके साथ भी वही होता है जो उसने बिल्ली के साथ किया था।
बिल्ली के मारने पर लगे दोष का क्या है उपाय
पंडित जी ने बिल्ली को मारने के बाद लगे दोष से मुक्ति के भी उपाय बताए हैं। अगर किसी से ऐसा अपराध हो जाए तो वो सबसे पहले घर में शांति पाठ करवाएं और एक प्रायश्चित करते हुए एक सोने की बिल्ली बनाकर उसका दान करें। साथ ही राहु-केतु की पूजा विशेष तौर पर की जानी होगी। इसके अलावा पंडित को गुनाह की माफी मांगते हुए पंडित को दान-पुण्य करें।
बिल्ली की हत्या करने पर क्या है सजा का प्रावधान
ये जान लेते हैं कि अगर जानबूझकर बिल्ली की हत्या की जाए तो उस केस में 16 साल की सजा का प्रावधान है। साथ ही जुर्माना भी देना पड़ सकता है। जिन लोगों ने मुरादाबाद में बिल्ली को रास्ता काटने पर जान से मार दिया उनके साथ क्या होता है और क्या सजा मिलती है ये जानने के लिए आरोपियों को मिलने वाले फैसले का इंतजार है।
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