---विज्ञापन---

आंखों के सामने बह गया घर, Wayanad Landslide में जिंदा बचे लोगों की आपबीती सुनिए

Wayanad Landslide Miracle Story: केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड को अब तक 4 दिन बीच चुके हैं। इस बीच वहां जंगल में शरण लिए लोगों ने अपने अनुभव पत्रकारों के साथ साझा किए हैं कि कैसे उनकी जान बची।

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Aug 2, 2024 14:12
Share :
Wayanad Landslide
वायनाड हादसे में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।

Wayanad Landslide Miracle Story: वायनाड लैंडस्लाइड हादसे में अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं इस हादसे में जिंदा बचे लोगों के घर भी उजड़ गए हैं। अब लोग मलबे में अपने रिश्तेदारों को तलाश रहे हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें खुद का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं लग रहा। ऐसे में आइये जानते हैं हादसे में जिंदा बचे लोगों की कहानी कैसे उन्होंने हादसे के बाद खुद को संभाला।

मेप्पाडी के राहत शिविर में एक बुजुर्ग महिला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने और उनकी पोती ने एक जंगली हाथी के बगल में रात बिताई। उन्होंने कहा कि हमनें जंगली हाथी से ऐसे ही बात की जैसे हम इंसानों से करते हैं। हमने हाथी से कहा कि हमने सब कुछ खो दिया, हम पर हमला मत करना। इसके बाद हमने हाथी के बगल में बैठकर पूरी रात बिताई। उन्होंने बताया कि जब भूस्खलन हुआ तो वह अपने घर से पहाड़ की ओर भागी। वहीं सुजाता के परिवार के अन्य सदस्य इस हादसे में घायल हो गए हैं।

---विज्ञापन---

जंगल में जाकर ली शरण

पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहम्मद बासिल ने बताया कि भूस्खलन से 10 मिनट पहले ही उनके परिवार ने सूझबूझ दिखाते हुए जंगलों से भागकर पहाड़ियों में चले गए। इससे उनकी मां-पिता और स्वयं की जान बच गई। उन्होंने कहा कि हादसे वाली सुबह से पहले रात में हमें अपने घर पर नींद नहीं आ रही थी इसलिए हम 1 किलोमीटर अपने चाचा के घर पर सोने के लिए चले गए। इसके बाद वहां देखा तो सुबह पानी की आवाजें आ रही थीं और जिस घर में हम मौजूद थे वह भी हिलने लगा। मलबे में घर के दरवाजे अटक गए। इसके बाद हमने पूरी ताकत से दरवाजे खोले और जंगल की ओर भाग गए जिससे हमारी जान बच गई।

ये भी पढ़ेंःचमत्कार! वायनाड में मलबे से 4 दिन बाद जिंदा निकले 4 लोग, अब तक 308 मौतें

आंखों से बहते हुए देखा घर

चूरलमाला के गणेश ने बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं वे सोमवार को देर रात घर आए थे। जब वे घर आए तो उन्होंने कीचड़ से भरा पानी देखा इसके बाद उन्होंने बिना कोई समय गंवाए सीधा पत्नी को उठाया और पहाड़ों पर चले गए। इस हादसे में गणेश की बहन, जीजा और उनके बेटे और बहु की मौत हो गई। उन्होंने पहाड़ों से अपनी बहन और उनका घर बहते हुए देखा।

ये भी पढ़ेंः राहुल गांधी-अनुराग ठाकुर विवाद में कंगना भी कूदीं, बोलीं- उन्हें किसी बात का ना कोई तुक है ना ढंग

HISTORY

Edited By

Rakesh Choudhary

First published on: Aug 02, 2024 01:51 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें