मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस नियाज खान एक बार फिर सुर्खियों हैं। दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उनका एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जैसे ही मैं ब्राह्मणों का नाम लेता हूं, लोगों में आग लग जाती है। पिछले महीने उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि इस्लाम अरब का धर्म है। भारत में तो सभी हिंदू थे। हिंदू से लोग मुसलमान बनाए गए। उन्होंने आगे कहा कि इसलिए भले ही धर्म अलग-अलग हों पर सबका खून एक ही है। सभी एक कल्चर का हिस्सा रहे हैं।
नियाज खान ने पोस्ट में क्या लिखा?
आईएएस नियाज खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘जैसे ही मैं ब्राह्मणों का नाम लेता हूं, लोगों में आग लग जाती है। कोई मानने को तैयार नहीं कि यहूदियों की तरह ब्राह्मण भी सुपर जीनियस हैं। मेरी किताब ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ में मैंने यही बताया है। अगर ब्राह्मण को अलग-थलग रखा जाएगा तो देश को अपार हानि होगी। ब्राह्मण आध्यात्मिक गुरु हैं।’
जैसे ही मैं ब्राह्मणों का नाम लेता हूं लोगों में आग लग जाती है। कोई मानने को तैयार नहीं कि यहूदियों की भांति ब्राह्मण भी सुपर जीनियस हैं। मेरी किताब BRAHMIN THE GREAT में मैंने यही बताया है। अगर ब्राह्मण को अलग थलग रखा जाएगा तो देश को अपार हानि होगी। ब्राह्मण आध्यात्मिक गुरु हैं।
— NIYAZ KHAN (@saifasa) March 25, 2025
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‘एक ब्राह्मण अकेला कई हजार के बराबर’
इससे पहले IAS नियाज खान ने कहा था कि ‘देश में हर तरफ नफरत का माहौल है वह केवल और केवल ब्राह्मण ही ठीक कर सकते हैं। एक ब्राह्मण अकेला कई हजार के बराबर होता है। इतिहास भी ब्राह्मणों ने ही बदला था। ब्राह्मण देश के केंद्र बिंदु हैं। शक्तिशाली राष्ट्र के लिए नफरत खत्म होना ही चाहिए। ब्राह्मण आगे आएं, नफरत खत्म करें।’
देश में हर तरफ़ नफ़रत का माहौल है वह केवल और केवल ब्राह्मण ही ठीक कर सकते हैं। एक ब्राह्मण अकेला कई हज़ार के बराबर होता है। इतिहास भी ब्राह्मणों ने ही बदला था।#ब्राह्मण देश के केंद्र बिंदु हैं।शक्तिशाली राष्ट्र के लिए नफ़रत ख़त्म होना ही चाहिए। ब्राह्मण आगे आएं, नफ़रत ख़त्म करें
— NIYAZ KHAN (@saifasa) March 24, 2025
‘हिंदुओं में प्रकृति का सम्मान, अन्य धर्मों में अभाव’
यही नहीं उन्होंने अपने एक पोस्ट में हिंदू समुदाय की भी तारीफ की। अपने पोस्ट में हिंदू समुदाय की तारीफ करते हुए उन्होंने लिखा, ‘प्रकृति का सम्मान हिंदुओं में पहले से ही रहा है। चारों वेद तो प्रकृति पर ही केंद्रित हैं। अन्य धर्मों में प्रकृति के प्रति सम्मान का शुरू से अभाव रहा है। पेड़, नदियां, हरे-भरे जंगल, हर तरफ हरियाली की कामना हिंदुओं में की जाती रही है। धरती को विनाश से बचाने के लिए भारत प्रेरणा है।’
प्रकृति का सम्मान हिंदुओं में पहले से ही रहा है। चारों वेद तो प्रकृति पर ही केंद्रित हैं। अन्य धर्मों में प्रकृति के प्रति सम्मान की शुरू से अभाव रहा है। पेड़, नदियां, हरे भरे जंगल, हर तरफ हरियाली की कामना हिंदुओं में की जाती रही है। धरती को विनाश से बचाने के लिए भारत प्रेरणा है
— NIYAZ KHAN (@saifasa) March 25, 2025
‘यह धरती अन्याय पर आधारित’
इससे पहले अपने एक अन्य पोस्ट में उन्होंने न्याय को लेकर सवाल खड़ा किया। पोस्ट में लिखा, ‘चारों तरफ नजर दौड़ा कर देखो, यह धरती अन्याय पर आधारित है। न्याय शब्द छलावा है। शक्तिशाली कुछ भी करे सब माफ है।’
चारों तरफ नज़र दौड़ा कर देखो, यह धरती अन्याय पर आधारित है। न्याय शब्द छलावा है। शक्तिशाली कुछ भी करे सब माफ़ है।
— NIYAZ KHAN (@saifasa) March 25, 2025
कौन हैं नियाज खान?
आईएएस नियाज खान मूल रूप से छत्तीसगढ़ के निवासी हैं। वे 2015 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले वह राज्य सेवा में प्रशासनिक अधिकारी थे। उन्हें प्रमोट कर आईएएस अफसर बनाया गया और मध्य प्रदेश कैडर दिया गया है। नियाज खान 7 नॉवेल लिख चुके हैं। एक नोवेल पर ‘आश्रम’ वेब सीरिज भी बनी है, जिसका क्रेडिट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्माता के खिलाफ कोर्ट में केस भी दायर किया था। वे अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उन्होंने ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ और ‘वॉर ऑफ कलियुग’ किताब लिखकर सनातन धर्म और ब्राह्मणों को महान बताया था, जिस पर बवाल भी मचा था।