Climate Change And Health Tips: इन दिनों गर्मी ने हाहाकार मचा रखा है। तेजी से बढ़ते तापमान ने लोगों का बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। इस साल गर्मी ने भी कई रिकॉर्ड तोड़ डालें। इस चिलचिलाती धूप का सितम अभी और परेशान करने वाला है। पिछले कुछ टाइम से जलवायु में हुए बदलाव के कारण कई बीमारियों देखने को मिल रही है। Climate Change एक चिंता का विषय है और इसे ग्लोबल हेल्थ के लिए जरूरी है इसके बारे में जानना.. महत्वपूर्ण खतरे के रूप में पहचाना जा रहा है। ऐसे में इसका असर सेहत पर भी पड़ता है,आइए जान लेते हैं डॉ. विनस तनेजा, (Consultant Internal Medicine) से..
क्या-क्या होती हैं बीमारियां
- आंखों की रोशनी कम होना
- खांसी और सांस फूलना
- लंबे समय में फेफड़ों की बीमारियों की संख्या बढ़ना।
- माइक डायबेरियो; बीपी; और ब्रोन्कियल अस्थमा होना।
तनाव को कम करने के लिए उपाय
- अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए।
- वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम करना चाहिए।
- संसाधनों को बहाल करना चाहिए,
- कचरे का रीसाइक्लिंग करना चाहिए और उन चीजों का फिर यूज करना चाहिए जो हम कर सकते हैं।
हमारा तनाव यह निर्धारित करता है कि हम सुरक्षित और स्वस्थ रह सकते हैं या नहीं। लेकिन मानवीय और गैर-घातक आपदाओं (Humanitarian and non-fatal disasters) और प्रदूषणों के कारण हमारे पर्यावरण को इतना सुरक्षित बनाना है कि बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है।
प्रदूषण के रिस्क फैक्टर
पानी, शोर, हानिकारक केमिकल वेस्ट, ये फेक्टर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं।
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