Urine Symptoms: क्या आपको बार-बार पेशाब के लिए बाथरूम भागने की जरूरत पड़ रही है, पेशाब का फ्लो कमजोर हो गया है या बीच-बीच में रुक-रुककर पेशाब आता है तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। खासतौर पर पुरुषों के लिए ये संकेत बिल्कुल सही नहीं होता है। डॉक्टरों का मानना है कि ये प्रोस्टेट कैंसर से जुड़े लक्षण भी होते हैं, जो 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में होने वाली एक बीमारी हो गई है। आइए जानते हैं प्रोस्टेट कैंसर के बारे में और यूरिन में दिखने वाले लक्षण कैसे होते हैं।
प्रोस्टेट कैंसर क्या है?
कैंसर दुनियाभर में फैली बीमारी है, जो एक नहीं शरीर के कई अंगों में हो सकता है। पिछले कुछ समय से पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर हो रहा है। दरअसल, ये पुरुष के प्रोस्टेट से होता है। ये कैंसर पेशाब की थैली में होने वाला कैंसर होता है। प्रोस्टेट एक ग्लैंड होता है, जो पुरुषों में स्पर्म बनाने का काम करते हैं। इसे प्रोस्टेट नोड्यूल भी कहते हैं।
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पेशाब में दिखने वाले संकेतों से पता लगाए कैंसर है या नहीं
एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के चेयरमैन डॉक्टर अरुण गोयल एक निजि चैनल से बातचीत में बताते हैं कि पेशाब पास करते समय होने वाली दिक्कतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये कैंसर भी हो सकता है। इन 5 संकेतों को समझें:
- रात में बार-बार पेशाब आना।
- पेशाब में खून आना।
- पेशाब करते समय जलन होना।
- यूरिन इंफेक्शन होना।
- पेशाब की धारा धीमी आना।

कैसे पता लगाएं कैंसर है या नहीं?
एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर आपको इन सभी लक्षणों में से कोई लक्षण महसूस हो रहा है तो आपको सबसे पहले कुछ टेस्ट करवाने चाहिए। इन जांचों में ब्लड टेस्ट, पीएसए टेस्ट और MRI करवाना चाहिए। हालांकि, इससे पहले आपको किसी डॉक्टर से मिलकर सलाह भी लेनी चाहिए। अगर पीएसए टेस्ट और MRI के रिजल्ट पॉजिटिव आते हैं तो उसके बाद बायोप्सी और अल्ट्रसाउंड करवाया जाता है ताकि कैंसर की पुष्टि के बारे में सही से पता लग सके।
प्रोस्टेट कैंसर के कुछ अन्य संकेत
- अचानक वजन घटना।
- इरेक्शन में समस्या होना।
- कमर, कूल्हे या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना।
- थकान और कमजोरी।

बीमारी से बचाव के कुछ उपाय
हालांकि, कैंसर के अंतिम स्टेज पर पूरी तरह से मेडिकल जांच करवाई जाती है। मगर लो ग्रेड कैंसर होने पर अधिकतर एक्टिव सर्विलांस की मदद से फॉलोअप ट्रीटमेंट करवाया जाता है। इसमें सर्जरी और रेडियोथेरेपी होती है। इस कैंसर को रोकने का कोई ठोस तरीका नहीं है लेकिन लाइफस्टाइल का सही होना बहुत जरूरी होता है। आपको अपनी डाइट का ख्याल रखना जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करें, धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें।
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