Stress Free Life: सुबह की शुरुआत कॉफी से करते है लेकिन फिर भी ऑफिस में गायब रहती है एनर्जी। घर आते ही छोटी-सी बात पर गुस्सा आ जाता है। तो कभी सोचा है कि आपके साथ ऐसा क्यों हो रहा है? अगर नहीं तो जान लीजिए इन सबकी वजह क्या है? दरअसल, ये स्ट्रेस की निशानी है, जो हमारे दिमाग के साथ-साथ शरीर तक पहुंच जाता है। इसे नजरअंदाज करना आपके लिए भारी पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लगातार थकान और चिड़चिड़ापन आपकी खराब लाइफस्टाइल की आदतों की वजह से होता है।
आइए जानते हैं स्ट्रेस फ्री लाइफ पाने के कुछ आसान उपाय और अगर सही समय पर इसे नियंत्रित न किया जाए तो क्या होगा?
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
कैंसर एक्सपर्ट डॉक्टर तरंग कृष्ण बताते हैं कि आजकल की लाइफस्टाइल में लोगों को छोटी-छोटी बातों में स्ट्रेस होने लगा है। मगर उससे भी ज्यादा रिस्की ये हो गया है कि लोग अब ऐसी चीजों को हल्के में ले रहे हैं और इसे कॉमन समझ रहे हैं। कुछ लोगों को स्ट्रेस का एडिक्शन होने लगा है। इसमें लोग ऐसा प्रेशर महसूस करते हैं कि उन्हें किसी भी चीज से खुशी नहीं हो रही है।
ये भी पढ़ें-Lemon Water: सुबह खाली पेट नींबू पानी पीना सही या नहीं? गट एक्सपर्ट ने दी ये वॉर्निंग्स
स्ट्रेस सबसे ज्यादा किस समय होता है?
एक्सपर्ट बताते हैं कि स्ट्रेस का पीक टाइम सुबह का होता है। लोगों को अधिकतर सुबह-सुबह यानी अर्ली मॉर्निंग में स्ट्रेस आता है। इसलिए, जब भी स्ट्रेस हार्मोन्स का क्लीनिकल टेस्ट किया जाता है तो वह भी सुबह ही होता है। रात को स्ट्रेस ले रहे हैं तो वो ऐसा स्ट्रेस होता है कि आपने पूरे दिन क्या किया है। रात को स्ट्रेस आने की वजह अनहेल्दी खाना भी है।

कैसे पता लगेगा आपको स्ट्रेस है?
जल्दी-जल्दी काम- अगर कोई शख्स अपने काम को करने में बहुत ज्यादा तेजी दिखाते हैं। घबराहट और हड़बड़ी में काम कर रहा है या उस काम को करते हुए उसके हाथ कांप रहे हैं यानी वह इंसान स्ट्रेस में हैं।
गुस्सा- ऐसे लोगों को बहुत ज्यादा तेज गुस्सा आता है। ये लोग हर छोटी बात पर अपना रिएक्शन दिखाते हैं जो पॉजिटिव नहीं होता है। ऐसे लोगों को इमोशनल स्ट्रेस होता है।
छोटी बात पर रोना- स्ट्रेस से परेशान लोगों को हर छोटी बात दिल पर लगती है। अगर किसी ने उन्हें कुछ कह दिया जैसे की ऑफिस में थोड़ी डांट मिल जाए तो बहुत ज्यादा फील करना भी स्ट्रेस की निशानी है।
इरिटेशन- ये लोग बहुत जल्दी-जल्दी इरिटेट होते हैं। इन्हें तुरंत ही उनकी पसंद की चीज न होने और मिलने पर इरिटेशन होने लगती है। हर चीज से चिड़चिड़ाहट दिखाना और किसी से बात न करना या फिर मिलना भी इसका संकेत है।
सांस लेने में दिक्कत- स्ट्रेस का एक संकेत सांस लेने में परेशानी भी होता है। ये लोग मुंह से गहरी-गहरी सांसे लेते हैं।
स्ट्रेस कम करने के आसान उपाय
माइंडफुलनेस- ये एक आधुनिक प्रेक्टिस है जो स्ट्रेस कम करने में मदद करती है। इसमें इंसान को अपने विचारों, भावनाओं और फिजिकल स्ट्रेन्थ पर फोकस करना होता है। इसमें आप कोई निर्णय नहीं लेते हैं।
डीप ब्रीदिंग- एक्सपर्ट बताते हैं इसमें आपको लेफ्ट नॉस्ट्रिल से गहरी सांस लेनी होती है और अपने राइट नॉस्ट्रिल को बंद करनी होती है। इस प्रेक्टिस को आपको 5 बार करनी होती है। डीप ब्रीदिंग में आपको बैली से सांस लेनी होती है। इसमें आपको मुंह बंद करके अपने पेट से सांस लेनी होती है।
डाइट- हाइड्रेटिंग फूड्स का सेवन करें। कई बार शरीर में पानी की कमी हो जाने से भी स्ट्रेस की समस्या होती है। इसलिए, उन्हें नारियल पानी, हर्बल चाय, फ्रूट स्मूदी और फल जैसे की तरबूज खाएं।
नींद जरूरी- स्ट्रेस बढ़ने की एक वजह नींद पूरी न होना भी है। इसलिए, आपको प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।
ये भी पढ़ें- रोज सुबह अदरक वाला गुनगुना पानी पीने से क्या होगा, एक्सपर्ट से जानिए किसके लिए फायदेमंद