Patanjali News: चोट लगना भी हम सबकी जिंदगी का हिस्सा है। फिर चाहे घर में छोटे बच्चे हों या फिर बड़े क्यों न। खेलते-कूदते बच्चों को या स्कूल के प्रोजेक्ट बनाते हुए, बच्चों के हाथों या कहीं और कट लग ही जाता है। रसोई में काम करते हुए घर की औरतों के हाथों में भी कोई न कोई चोट लगती रहती है। इन सबका तुरंत इलाज करने के लिए हमें किसी पट्टी की जरूरत होती है। नॉर्मल मलहम पट्टी करने में ज्यादा समय लग सकता है, इसलिए लोग बैंडेज का यूज करते हैं। पतंजलि की हीलोम ड्रेसिंग एक प्राकृतिक समाधान है, जो हर छोटी-मोटी चोटों, जलन, घाव और स्किन इन्फेक्शन का तेजी से इलाज करता है।
पतंजलि सेंटर में बनाया गया
पतंजलि दिव्य का यह प्राकृतिक बैंडेज हरिद्वार के पतंजलि रिसर्च सेंटर में तैयार किया गया है। इसे बनाने के लिए विधारा, रेवांडचिनी, हल्दी और नीम का इस्तेमाल किया गया है। इसे दिव्य हीलोम ड्रेसिंग कहते हैं, जो एंटीसेप्टिक और हीलिंग एजेंट्स से भरपूर होता है। इसके इस्तेमाल से तुरंत राहत और स्किन को ठीक करने में सहायता करता है।
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क्यों चुनें हीलोम ड्रेसिंग?
इस आयुर्वेदिक बैंडेज के प्रयोग से चोट या कट में तुरंत राहत मिल जाती है। इसकी मदद से जलन और सूजन में आराम मिलता है। यह बच्चों और बड़ों, दोनों के लिए सुरक्षित मानी जाती है। इसे हर कोई आसानी से उपयोग कर सकता है।
हीलोम ड्रेसिंग से जुड़ी जरूरी बातें
- यह प्राकृतिक और औषधीय गुणों से भरपूर होती है, जैसे कि एलोवेरा, हल्दी, और तुलसी। इससे स्किन पर कोई साइड-इफेक्ट नहीं होंगे।
- एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर, जिससे चोट पर लगाते ही संक्रमण से बचाव हो सकता है।
- स्किन की सुरक्षा, हीलोम ड्रेसिंग घाव पर परत बनाकर हवा से बचाता है और तेजी से रिकवर करने मदद करता है।
- यह छोटे और सुविधाजनक पैकेज में उपलब्ध है, जिसे आप कहीं भी अपने साथ कैरी कर सकते हैं।
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